सिक्किम के मंगन जिले में बीते दिनों हुई बारिश के दौरान बादल फटने से लगभग 6 लोगों की मौत हो गई. साथ ही कई लोग घायल हुए हैं. राज्य सरकार ने कहा है कि लगभग 220.1 मिमी बारिश हुई है. वहीं, राज्य के पर्यटन विभाग के मुताबिक मंगन शहर से करीब 50 किमी दूर स्थित लाचुंग गांव में सभी पर्यटक फंसे हुए हैं, जिसमें 1,200 से अधिक पर्यटक भारत से हैं और करीब 20 विदेशी लोग हैं. ये लोग सिक्किम में घूमने गए थे लेकिन भीषण तबाही के कारण फंस गए हैं.
मुख्य सचिव वीबी पाठक ने कहा, 'मौसम साफ रहने पर फंसे हुए पर्यटकों को हवाई मार्ग से निकाने के लिए केंद्र से बातचीत जारी है. यदि कोई हवाई मदद नहीं मिलती है तो तत्काल प्रभाव से वहां फंसे सभी पर्यटकों को सड़क मार्ग से बाहर निकाला जाएगा. भूस्खलन के कारण सड़क पर हमें छह-सात जगहों पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन और राज्य के PWD विभाग को निर्देश दिए गए हैं. कनेक्टिविटी बहाल होने में एक हफ्ते का समय लग सकता है'.
वीबी पाठक ने बताया, 'मंगन जिले में भूस्खलन से पक्षेप और अंभीथांग गांव बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. पक्षेप में एक राहत शिविर बनाया गया है. राज्य सरकार ने पीड़ित परिवारों के लिए राहत की घोषणा की है. जल्द से जल्द राहत राशि जारी करने के लिए मंगन जिला प्रशासन को सूचित कर दिया गया है.'
इस चिंता और परेशानी वाली खबर के बीच सिक्कम वालों के लिए और अच्छी खबर है. मुख्य सचिव वीबी पाठक ने आश्वासन दिया है, 'ग्लेशियर झील सुरक्षित है. झीलों को कोई खतरा नहीं है. मानसून के दौरान ग्लेशियर झील के फटने से बाढ़ जैसी संभावना नहीं है. राष्ट्रीय रिमोट सेंसिग सेंटर और सीडीएसी, राज्य विज्ञान और प्रौधोगिकी विभाग के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और महत्वपूर्ण डेटा साझा कर रहे हैं'.
बता दें कि दजोंगु के सांकलांग गांव में नदी के बढ़ते जल स्तर के कारण नवनिर्मित बैली संस्पेंशन ब्रिज क्षतिग्रस्त हो गया है. जिसके लिए जल्द से जल्द डिकचू शहर के माध्यम से दजोंगु के रास्ते से कनेक्टिविटी बहाल की जाएगी. साथ ही क्षतिग्रस्त राष्टीय राजमार्ग को जल्द से जल्द खोलने के लिए सड़क परिवहन एंव राजमार्ग मंत्रालय से बातचीत जारी है.