JNU में सफाई कर्मचारी ने की खुदकुशी, क्यों कैंपस में छिड़ी है सियासत, इस मौत का जिम्मेदार कौन?

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में एक सफाई कर्मचारी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक का शव पेड़ से लटका मिला. इस घटना के बाद कैंपस में सियासत शुरू हो गया है. छात्र संगठन और टीर्चस एसोसिएशन का कहना है कि ठेके पर रखे गए कर्मचारियों के मुद्दों को सुलझाया जाना चाहिए.

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दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में एक सफाई कर्मचारी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. 55 वर्षीय व्यक्ति का शव एक पेड़ से लटका मिला, पुलिस ने कहा कि कथित तौर पर उसकी मौत आत्महत्या से हुई है. कर्मचारी का शब कैंपस में पश्चिमाबाद भवन के पास एक पेड़ से टंगा मिला. 

पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान विजय के रूप में हुई है. वह  विश्वविद्यालय में 'सफाई कर्मचारी' के रूप में काम करता था. उन्होंने कहा, हमने कथित आत्महत्या के पीछे के कारण का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है.

शोक व्यक्त करते हुए, जेएनयू के रजिस्ट्रार प्रोफेसर रविकेश ने एक बयान में कहा कि कल (सोमवार) आउटसोर्स कर्मचारियों में से एक की मौत से यूनिवर्सिटी को गहरा दुख हुआ है और उनके परिवार के सदस्यों के प्रति हार्दिक संवेदना है. यूनिवर्सिटी का कहना है कि मृतक को उसका वेतन वेंडर की तरफ़ से नियमित मिल रहा था. यूनिवर्सिटी ने वेंडर को पीड़ित परिवार की मदद करने के लिए भी निर्देशित किया है.

यूनिवर्सिटी के छात्र संगठनों ने इस घटना की निंदा की और जांच की मांग की है. छात्र संगठनों और टीर्चस एसोसिएशन का कहना है कि ठेके पर रखे गए कर्मचारियों के मुद्दों को सुलझाया जाना चाहिए. टीचर्स एसोसिएशन ने भी इस घटना पर अफसोस जताया है. पुलिस ने फिलहाल इस घटना को आत्महत्या माना है और जांच शुरू कर दी है.