CJI Chandrachud Slams Lawyer: भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में एक वकील को फटकार लगाई और पक्षकार को कोर्ट रूम के शिष्टाचार की याद दिलाई. याचिकाकर्ता जो पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई के खिलाफ जांच की मांग कर रहा था और शीर्ष अदालत के एक सवाल का जवाब देते हुए उसने 'या, या' कहा. इससे सीजेआई चंद्रचूड़ नाराज हो गए और उन्होंने पक्षकार पर कड़ी आपत्ति जताते हुए उन्हें याद दिलाया कि अदालत कोई 'कॉफी शॉप' नहीं है.
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि हां, हां, हां मत कहिए. हां कहिए. ये कोई कॉफी शॉप नहीं है. ये कोर्ट है. मुझे लोगों के हां कहने से थोड़ी एलर्जी है. ये पहली बार नहीं है जब सीजेआई ने अदालत में किसी पक्ष के लहजे पर आपत्ति जताई हो और उन्हें कोर्टरूम शिष्टाचार की याद दिलाई हो.
इससे पहले मार्च में, NEET-UG की सुनवाई के दौरान, सीजेआई चंद्रचूड़ ने तीखी बहस के बाद सीनियर वकील मैथ्यूज नेदुम्परा को हटाने के लिए सुरक्षा का आदेश दिया था. ये घटना तब हुई जब नेदुम्परा ने बेंच को संबोधित कर रहे एक अन्य वकील नरेंद्र हुड्डा को बीच में रोका. प्रतीक्षा करने के लिए कहे जाने के बावजूद, नेदुम्परा ने बोलने पर जोर दिया, ये दावा करते हुए कि वह सबसे सीनियर वकील और एमिकस हैं.
सीजेआई ने जवाब दिया कि उन्होंने कोई एमिकस नियुक्त नहीं किया है और नेदुम्परा को गैलरी को संबोधित करने के खिलाफ चेतावनी दी. मुख्य न्यायाधीश ने जवाब दिया कि मैंने कोई एमिकस नियुक्त नहीं किया है. वकील ने जोर देकर कहा कि अगर आप मेरा सम्मान नहीं करते हैं, तो मैं बाहर चला जाऊंगा.
जब नेदुम्परा ने जाने की धमकी दी, तो मुख्य न्यायाधीश ने सुरक्षा को उन्हें बाहर निकालने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि मिस्टर नेदुम्परा, मैं आपको सावधान कर रहा हूं. आप गैलरी को संबोधित नहीं करेंगे. मैं अदालत की अध्यक्षता कर रहा हूं. कृपया सुरक्षाकर्मियों को बुलाएं और उन्हें अदालत कक्ष से बाहर ले जाएं.