Bihar Politics: बिहार की राजनीति में फेरबदल के आसार नजर आने लगे हैं. सीएम नीतीश कुमार की जेडीयू और लालू की आरजेडी के बीच आई दरार लगातार बढ़ती जा रही है. बिहार की इस सियासी हलचल के बीच दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर बिहार के बड़े नेताओं की एक बैठक हुई. यह बैठक करीब 96 मिनट तक चली. बिहार से बीजेपी के बड़े नेता विनोद तावड़े सबसे पहले दिल्ली पहुंचे थे. इसके बाद अमित शाह के आवास पर बैठक की गई है. वहीं, बैठक के बाद सम्राट चौधरी ने बताया कि 2024 के चुनाव की तैयारियों को लेकर यह बैठक की गई है. वहीं, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने एक ओर विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी से बातचीत की है और दूसरी ओर जेडीयू के वरिष्ठ नेता ललन सिंह,विजय कुमार चौधरी समेत अन्य नेताओं ने पटना स्थित नीतीश कुमार के आवास पर बैठक की है.
सूत्रों की मानें तो बिहार में चल रहे इस राजनीतिक संकट के बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने चिराग पासवान से भी बात की है. खबरें ये भी हैं कि चिराग पासवान शुक्रवार को दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान भी बिहार के इस राजनीतिक संकट के दौरान अपने मौजूदा विकल्प पर विचार कर रहे हैं. सूत्रों की मानें तो चिराग बीजेपी नेतृत्व के लगातार संपर्क में हैं. चिराग पासवान ने मीडिया से कहा है कि उनका मानना है कि अगले 24 घंटे काफी अधिक महत्वपूर्ण हैं. इसके साथ ही चिराग ने देर रात अपने आवास पर एलजेपी के नेताओं की बैठक भी बुलाई थी.
बिहार में सियासी संकट गहराया है. इसी बीच बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और विनोद तावड़े गृहमंत्री अमित शाह के घर उनसे मुलाकात करने पहुंचे हैं. वहीं, बीजेपी नेता नित्यानंद राय भी जीतन राम मांझी से मिलने पहुंचे. इसी बीच बीजेपी विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने एक बड़ा दावा करते हुए कहा है कि 'दो से तीन दिन में नीतीश कुमार बीजेपी के साथ आ जाएंगे. बातचीत काफी आगे बढ़ चुकी है. जेडीयू विधायकों को तोड़ने से नीतीश कुमार काफी दुखी हैं. पीएम मोदी और नीतीश कुमार दोनों ही एक जैसा सोचते हैं. पीएम मोदी खुद नहीं चाहते हैं कि नीतीश उनसे दूर रहें.'
बिहार की राजनीति में आए इस बवाल की वजह लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य का एक ट्वीट है. उन्होंने अपने एक्स अकाउंट से तीन पोस्ट किए थे. इसके बाद बिहार की सियासत में हंगामा मचा हुआ है. मामले ने इतना अधिक तूल पकड़ लिया कि सीएम नीतीश ने रोहिणी के पोस्ट की जानकारी मंगवा ली. इसके बाद रोहिणी ने चुपचाप बिना सफाई दिए ही अपने ट्वीट डिलीट कर दिए. बिहार की राजनीति में महागठबंधन के दो मुख्य सहयोगियों के बीच दरार ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है.