असम के CM 'योगी के चीनी वर्जन', तेजस्वी के बयान पर BJP का पलटवार, कह दी ये बड़ी बात
BJP On Chinese Version Barb: असम विधानसभा द्वारा जुम्मे की नमाज के लिए दशकों पुराने दो घंटे के अवकाश के नियम को रद्द करने के बाद विपक्षी दल मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर हमलावर हैं. इस नियम को लेकर बिहार के एक्स डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने उन्हें योगी का चीनी संस्करण तक कह दिया. हालांकि बीजेपी ने अब पलटवार करते हुए राजद नेता को जवाब दिया है.
BJP On Chinese Version Barb: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शनिवार को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव द्वारा असम के मुख्यमंत्री पर योगी आदित्यनाथ का चीनी संस्करण कहे जाने की आलोचना की. राज्य विधानसभा द्वारा दो घंटे के नमाज अवकाश को रद्द करने के बाद तेजस्वी यादव ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को योगी का चीनी संस्करण कहा था. तेजस्वी ने कहा कि सिर्फ इसलिए कि उनका जन्म असम में हुआ है.
बीजेपी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने तेजस्वी के बयान पर निशाना साधा. उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि क्या सैम पित्रोदा की आत्मा तेजस्वी यादव में प्रवेश कर गई है? संविधान का सम्मान नहीं करना और हर व्यक्ति का अपमान करना INDI गठबंधन का चरित्र है.
राहुल गांधी बताएं कब तोड़ेंगे संबंध
पूनावाला ने कहा कि राहुल गांधी ने भी अपनी भारत जोड़ो यात्रा पार्ट 2 की शुरुआत पूर्वोत्तर से ही की थी. उन्हें (राहुल गांधी) बताना चाहिए कि क्या यह भारत को एकजुट करने का बयान है? इस पर, राहुल गांधी और गौरव गोगोई को बताना चाहिए कि वे (कांग्रेस) राजद से संबंध कब तोड़ेंगे?
सस्ती लोकप्रियता के लिए उठाया यह कदम
असम सरकार द्वारा विधानसभा में जुम्मे की नमाज के लिए दो घंटे के अवकाश के नियम को रद्द करने के बाद बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि सस्ती लोकप्रियता हासिल करने और योगी का चीनी संस्करण बनने के प्रयास में असम के सीएम ऐसा काम करते हैं जिससे मुसलमानों को परेशान किया जाता है. विधानसभा की प्रक्रिया नियमों में इस प्रावधान को हटाने का प्रस्ताव विधानसभा अध्यक्ष की अध्यक्षता वाली असम विधानसभा की नियम समिति के समक्ष रखा गया. इस समिति ने सर्वसम्मति से इस प्रथा को समाप्त करने पर सहमति व्यक्त कर दी और पुराने नियम को रद्द कर दिया.
असम के सीएम ने क्या कहा?
विधानसभा के फैसले का बचाव करते हुए हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि दो घंटे के जुम्मा ब्रेक को खत्म करने का फैसला सदन में मौजूद सभी हिंदू और मुस्लिम विधायकों का फैसला था. उन्होंने आगे कहा कि जब विधानसभा अध्यक्ष ने फैसला सुनाया तो 25 मुस्लिम विधायकों में से किसी ने भी कोई विरोध नहीं जताया. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस फैसले की आलोचना केवल असम के बाहर हो रही है, जबकि राज्य के विधायकों ने देश के विकास के लिए काम करने की अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है.