'व्यावहारिक दृष्टिकोण'' चीनी मीडिया भी हुआ पीएम मोदी का मुरीद, लेक्स फ्रिडमैन के पॉडकास्ट को लेकर कही ये बात
पीएम मोदी की टिप्पणी पर सिंघुआ विश्विद्यालय के राष्ट्रीय रणनीति संस्थान में रिसर्च विभाग के निदेशक कियान फेंग ने ग्लोबल टाइम्स को बताया कि पीएम मोदी की यह टिप्पणी भारत-चीन संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए भारत सरकार के वर्तमान व्यावहारिक दृष्टिकोण को रेखांकित करती है,
चीन की मीडिया ने लेक्स फ्रिडमैन के साथ पीएम मोदी के पॉडकास्ट की प्रशंसा की है. पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया था कि नई दिल्ली और बीजिंग को स्वस्थ और स्वाभाविक कंपटीशन में शामिल होना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मतभेद विवाद में न बदल जाएं. चीन के डेली ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट ने पीएम मोदी की इस टिप्पणी को व्यावहारिक दृष्टिकोण बताया.
दोनों देशों के ऐतिहासिक संबंधों पर डाला प्रकाश
पॉडकास्ट के दौरान पीएम मोदी ने चीन और भारत दोनों देशों के बीच गहरे ऐतिहासिक संबंधों पर प्रकाश डाला. उन्होंने साल 2020 में चीन के साथ सीमा पर हुए गतिरोध की बात स्वीकार की लेकिन यह भी कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ उनकी हालिया बैठक से प्रगति हुई है. पीएम ने कहा कि हम 2020 से पहले की स्थिति को बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं.
चीन और भारत की संस्कृति और सभ्यताएं प्राचीन
पीएम मोदी की इस टिप्पणी पर सिंघुआ विश्विद्यालय के राष्ट्रीय रणनीति संस्थान में रिसर्च विभाग के निदेशक कियान फेंग ने ग्लोबल टाइम्स को बताया कि पीएम मोदी की यह टिप्पणी भारत-चीन संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए भारत सरकार के वर्तमान व्यावहारिक दृष्टिकोण को रेखांकित करती है, जो नेताओं की कजान समिट बैठक के बाद से सकारात्मक गति पर आधारित है. पीएम ने यह भी कहा था कि भारत और चीन के बीच संबंध कोई नहीं बात नहीं है, दोनों देशों की संस्कृति और सभ्यताएं प्राचीन हैं.