Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा अपने ही फैसले पर यू टर्न मारते दिखे. दरअसल 7 दिनों फैसला किया गया था कि मुख्यमंत्री जब भी सड़क से जाएंगे उन्हें एक आम आदमी की तरह ही ट्रीट किया जाएगा. यानी आम आदमी की तरह ही सड़कों पर चलेंगे. उनका काफिला लाल बत्ती पर भी रुकेगा. और जब वह एक जगह से दूसरी जगह जाएंगे तो रूट नहीं लगाया जाएगा. लेकिन 7 दिन पहले लिया गया इस आदेश की आज अनदेखी कर दी गई है.
आज जब मुख्यमंत्री का काफिला सचिवालय की तरफ चला तो सचिवालय के पीछे वाले गेट पर दोनों तरफ से ट्रैफिक को रोका गया और मुख्यमंत्री के काफिले को सचिवालय में प्रवेश दिलवाया गया.
शाम लगभग 7 बजे के आसपास मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के काफिले को ट्रैफिक रुकवा कर सचिवालय में प्रवेश करवाया गया. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा 7 दिन पहले ही यह फैसला लिया गया था कि मुख्यमंत्री आम आदमी की तरह चलेंगे परंतु यह फैसला 7 दिन भी नहीं चल पाया और मुख्यमंत्री के लिए सड़क के दोनों तरफ ट्रैफिक को रोका गया. ट्रैफिक रोककर मुख्यमंत्री के काफिले को निकाला गया.
ट्रैफिक पुलिस वाले से बात करने पर ट्रैफिक पुलिस वाले ने बताया कि यह मुख्यमंत्री का काफिला था. मुख्यमंत्री लाल बत्ती पर ही रहेंगे परंतु मुख्यमंत्री को सचिवालय में प्रवेश करने के लिए ट्रैफिक को रोका गया था.
शुक्रवार की शाम जब जयपुर में मौसम खराब था बारिश हो रही थी सड़कों पर पानी भरा हुआ था. उस समय में सचिवालय के पिछले द्वार पर दोनों तरफ ट्रैफिक को रोक कर मुख्यमंत्री के लिए रास्ता बनाया गया. अब सवाल ये उठता है कि आखिर जब मुख्यमंत्री अपने फैसले पर ही कायम नहीं रहते तो भला आम जनता कैसे ट्रैफिक कानूनों को पालन करेगी.