Chhattisgarh News: बस्तर में एक और BJP नेता की हत्या, माओवादियों ने अब तक 8 लोगों को उतारा मौत के घाट
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में माओवादियों द्वारा भाजपा के नेताओं को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है. हाल के महीनों में ये आठवीं हत्या है जो माओवादियों ने की है.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में शुक्रवार रात भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता की माओवादियों ने हत्या कर दी. बीजापुर मुख्यालय क्षेत्र में रहने वाले जिला पंचायत के करीब 40 वर्षीय सदस्य त्रिपति कतला एक शादी में शामिल होने के लिए तोयनार गांव गए थे. वहां से लौटते समय माओवादियों ने उन्हें अपना शिकार बना लिया.
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, हमला रात 8 बजे के आसपास हुआ जब माओवादियों के एक समूह के पांच से सात सदस्यों ने हथियारों के साथ त्रिपति कटला पर घात लगाकर हमला किया. गंभीर रूप से घायल कटला को जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां उनकी मौत हो गई. बीजापुर के एसपी जितेंद्र कुमार यादव ने कहा कि हम मामले की जांच कर रहे हैं और उम्मीद है कि आरोपी जल्द ही ही गिरफ्तार होंगे.
2023 में लगातार हुई कई नेताओं की हत्या
कटला तीन भाई हैं, जिनमें से एक पुलिस विभाग में है और उनकी तैनाती बीजापुर में तैनात है. पिछले साल से राज्य में किसी भाजपा नेता के माओवादियों का शिकार होने की यह आठवीं घटना है. इस घटना से पहले दिसंबर 2023 में नारायणपुर जिले में भाजपा कार्यकर्ता कोमल मांझी की भी हत्या की गई थी. चार नवंबर 2023 को नारायणपुर जिले के एक प्रमुख भाजपा नेता और उप प्रमुख रतन दुबे को भी माओवादियों ने मौत के घाट उतार दिया था.
इस साल फरवरी में ही 3 नेताओं को उतारा मौत के घाट
हिंसा का यह सिलसिला तब और भी बढ़ गया जब 20 अक्टूबर 2023 को बिरझू तारम की एक मंदिर जाने के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. 21 जून को माओवाद प्रभावित बीजापुर जिले के पूर्व सरपंच काका अर्जुन की भी माओवादियों ने बेरहमी से हत्या की थी. इस साल की शुरुआत यानी अकेले फरवरी में भाजपा के तीन भाजपा नेताओं की हत्या हुई है. बीजापुर जिले के आवापल्ली के भाजपा मंडल प्रमुख नीलकंठ काकेम की पांच फरवरी को कथित माओवादियों ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी.
भाजपा के नेताओं को बनाया जा रहा है निशाना
इस वारदात के ठीक पांच दिन बाद 10 फरवरी को भाजपा की नारायणपुर जिला इकाई के उप प्रमुख सागर साहू की उनके ही घर में संदिग्ध रूप से माओवादियों ने गोली मारकर हत्या की थी. 11 फरवरी को हितामेटा गांव के निवासी रामधर अलामी की घात लगाकर हत्या की थी, जब वे अबूझमाड़ के एक दूरदराज के गांव में धार्मिक कार्यक्रम से लौट रहे थे.