शिमला में अवैध मस्जिद निर्माण को लेकर बवाल, बेकाबू भीड़ ने पुलिस बैरिकेड तोड़ा
शिमला में संजौली मस्जिद को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है. पुलिस ने मस्जिद की ओर जा रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और वाटर कैनन चलाई.
हिमाचल प्रदेश के शिमला में मस्जिद को लेकल बवाल मचा हुआ है. बुधवार को हिंदू संगठनों ने इसके विरोध में प्रदर्शन निकाला. प्रदर्शनकारियों ने यहां सड़क पर हनुमान चालीसा पढ़ा और 'जय श्रीराम' के नारे लगाए. उन्होंने पुलिस के बैरिकेड तोड़ दिए. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया और वाटर कैनन चलाई.
संजौली मस्जिद 1947 से पहले बनी थी. 2010 में इसकी पक्की इमारत बननी शुरू हुई तो नगर निगम में शिकायत की गई थी. अब मस्जिद 5 मंजिला है. नगर निगम 35 बार अवैध निर्माण तोड़ने का आदेश दे चुका है. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड्स गिरा दिए और सुरक्षाकर्मियों ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज और पानी की बौछारें कीं. प्रदर्शनकारियों को हिमाचल ने ठाना है, देवभूमि को बचाना है और भारत माता की जय जैसे नारे लगाते हुए सुना गया.
'शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने का अधिकार'
शिमला के संजौली इलाके में स्थित एक मस्जिद में कथित तौर पर अतिरिक्त मंजिलों के अवैध निर्माण के विरोध में यह मार्च निकाला गया था. इससे पहले हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा था कि लोगों को विरोध करने का अधिकार है, लेकिन उन्हें ऐसा शांतिपूर्वक और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाए बिना करना चाहिए.
इस मामले में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि अवैध निर्माण का मुद्दा मस्जिद से नहीं जोड़ना चाहिए.
पुलिस ने की स्थानीय लोगों से अपली
पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए स्थानीय लोगों से अपील करते हुए कहा कि हमने हितधारकों के साथ बैठकें की हैं और हमें उम्मीद है कि विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहेगा. इससे पहले बुधवार को विरोध मार्च से पहले ढली सुरंग में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. किसी भी तरह की अप्रिय घटना न हो, इसके लिए पुलिस चौकियों पर वाहनों की भी जांच की जा रही थी.