Chandigarh News: चंडीगढ़ उपभोक्ता आयोग ने अमेजन और वी के निटिंग इंडस्ट्रीज पर 27 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. दरअसल, अमेजन पर लोकल ब्रांड को इंटरनेशनल ब्रांड मार्क जैकब्स (Marc Jacobs) के नाम से बेचा जा रहा है. इस मामले पर फैसला सुनाते हुए आयोग ने ई -कॉमर्स प्लेटफार्म और कपड़ा बनाने कंपनी पर जुर्माना लगाया है.
इसके अलावा आयोग ने कंपनियों को कानूनी सहायता खाते में 25 लाख रुपये जमा करने का भी आदेश दिया है. इसके साथ ही वी के निटिंग इंडस्ट्रीज को अपने प्रोडक्ट्स पर ‘Marc Jacobs’ ब्रांड का नाम इस्तेमाल नहीं करने का आदेश दिया गया.
चंडीगढ़ के सेक्टर 9 के निवासी जतिन बंसल ने अमेजन रीसेलर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, और वी के निटिंग इंडस्ट्रीज के खिलाफ यह मुकदमा दर्ज किया था.
जतिन ने बताया कि उन्होंने 22 फरवरी 2023 को अमेजन से मार्क जैकब्स ब्रांड के मोजे ऑर्डर किए था. 25 फरवरी को उनका ऑर्डर आया तो उन्होंने देखा कि मोजे निटिंग इंडस्ट्रीज ने बनाए थे और उस पर मार्क जैकब्स ब्रांड का नाम लिखा था. जब उन्होंने मोजे वापस करना चाहें तो रिटर्न का ऑप्शन ही नहीं था.
अमेजन की ओर से जवाब में कहा गया कि इनरवियर गार्मेंटस नॉन रिटर्नेबल होते हैं. अगर गलती से कोई दूसरा प्रोडक्ट पहुंच गया या फिर प्रोडक्ट में कोई खराबी है तो उसे रिटर्न या रिप्लेस किया जा सकता है.
इस मामले में V K Knitting Industries की ओर से कहा गया कि अमेजन गलत तरीके से उसके प्रोडक्ट बिना कोई दिशा निर्देश के Marc Jacobs के रूप में डिस्प्ले कर रहा है. कंपनी ने कहा कि उसने अमेजन को नाम सही करके Marc नाम डिस्प्ले करने के लिए कई ईमेल भी भेजे लेकिन अभी तक उनके प्रोडक्ट्स पर Marc Jacobs का ही नाम दिखता है.
चंडीगढ़ राज्य कंज्यूमर आयोग की ओर से कहा गया कि अमेजन गलत तरीके से लोकल ब्रांड Marc को प्रसिद्ध इंटरनेशनल ब्रांड Marc Jacobs के नाम से सालों से बेच रहा है. यहां तक अमेजन को इसे सुधारने के लिए कपड़ा कंपनी की ओर से कई बार इमेल भी किए गए लेकिन पिछले 4 सालों से अमेजन प्रोडक्ट का नाम सही नहीं कर सका है.
चंडीगढ़ राज्य कंज्यूमर आयोग ने V K Knitting Industries को बखूबी पता था कि उसके प्रोडक्ट्स को अमेजन लग्जीरियस ब्रांड्स के साथ बेच रहा लेकिन कंपनी ने अपने प्रोडक्ट्स को सेल करना बंद करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया.
न्यायमूर्ति राज शेखर अत्री, और राजेश के आर्य की बेंच ने कहा कि अमेजन जानबूझकर गलत काम कर रहा है. वह डॉर्क पैटर्न में इन्वॉल्व है. अभी भी उसकी साइट पर वी के निटिंग इंडस्ट्रीज द्वारा निर्मित स्थानीय ब्रांड "मार्क" को "मार्क जैकब्स" दिखाया जा रहा है.
आयोग ने अपना फैसला सुनाते हुए ये भी आदेश दिया कि फैसले की कॉपी को उपभोक्ता मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव को भी भेजा जाए.