NEET Paper Leak Case: सीबीआई के हाथ एक बड़ी कामयाबी लगी है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने नीट-यूजी पेपर लीक मामले अमन सिंह नाम के एक शख्स को झारखंड के धनबाद से गिरफ्तार किया है. अमन सिंह को पेपर लीक मामले का मुख्य साजिशकर्ता बताया जा रहा है. नीट-यूजी पेपर लीक मामले में यह सातवीं गिरफ्तारी है. इससे पहले सीबीआई ने रविवार को इस मामले में गुजरात के गोधरा जिले से एक प्राइवेट स्कूल के मालिक के रूप में छठी गिरफ्तारी की थी.
दीक्षित पटेल ने पेपर हल करने को लेकर छात्रों से मांगे थे 5-10 लाख
गोधरा जिले के पंचमहल स्थित जय जलाराम स्कूल के मालिक दीक्षित पटेल ने परीक्षा में अंक बढ़वाने का वादा करते हुए अभ्यर्थियों से कथित तौर पर 5 से 10 रुपए की मांग की थी. गुजरात पुलिस ने कहा कि दीक्षित ने अभ्यर्थियों से कहा था कि अगर उन्हें किसी प्रश्न का उत्तर न पता हो तो वो उसे हल न करें. उसने 27 अभ्यर्थियों के प्रश्न पत्र को हल करने की योजना बनाई थी. इसके लिए उसने प्रत्येक छात्र से परीक्षा के बाद 10 लाख रुपए देने की मांग की थी.
ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल को भी किया था गिरफ्तार
29 जून को सीबीआई ने हजारीबाग स्थित एक हिंदी मीडिया संगठन के मार्केटिंग कर्मचारी जमालुद्दीन अंसारी को इस मामले में गिरफ्तार किया था. यह गिरफ्तारी ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम की गिरफ्तारी के एक दिन बाद हुई थी. नीट-यूजी 2024 परीक्षा के दौरान हक को एनटीए ने शहर समन्वयक नियुक्त किया था.
एनटीए की हो रही आलोचना
बता दें कि एनटीए को 5 मई को आयोजित हुई नीट की परीक्षा में अनियमितताओं को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. विपक्षी दल लगातार नीट पेपर लीक मामले की जांच की मांग कर रहे हैं. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले में सख्त जांच और जिम्मेदार लोगों के प्रति सख्त एक्शन लेने का भरोसा दिया है.