दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में जबरदस्त सुधार के बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के तहत लगाई गई स्टेज-1 की सभी पाबंदियों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है. यह फैसला 15 मार्च, 2025 को दिल्ली में AQI 85 दर्ज होने के बाद लिया गया, जो स्टेज-1 लागू करने के लिए जरूरी 201 के स्तर से 116 अंक नीचे है. इसके चलते, उप-समिति ने 7 मार्च, 2025 को जारी अपने उस आदेश को वापस ले लिया, जिसमें एनसीआर में 'खराब' वायु गुणवत्ता के लिए स्टेज-1 लागू किया गया था.
अनुकूल मौसम बना कारण
पिछले तीन साल में सबसे कम AQI
शनिवार को दिल्ली का औसत AQI 85 दर्ज किया गया, जो 1 जनवरी से 15 मार्च की अवधि में पिछले तीन वर्षों में सबसे कम है. CAQM के अनुसार, यह इस साल का पहला दिन है जब AQI 'संतोषजनक' श्रेणी (50-100) में आया. इतना ही नहीं, मार्च के महीने में 2020 के बाद पहली बार दिल्ली में इतनी साफ हवा देखी गई है. आयोग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "आज दिल्ली का औसत AQI 85 रहा, जो पिछले तीन सालों में इस अवधि का सबसे कम है. यह 2025 का पहला दिन है जब AQI 'संतोषजनक' रहा."
आगे की चुनौतियों पर जोर
आदेश में एनसीआर की सभी संबंधित एजेंसियों को निर्देश दिया गया है कि वे मौजूदा बेहतर AQI स्तर को बनाए रखें और वायु गुणवत्ता को 'खराब' श्रेणी में न पहुंचने दें. विशेष रूप से धूल नियंत्रण उपायों पर ध्यान देने की जरूरत बताई गई है, जो आने वाले महीनों में दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणव consideradas को प्रभावित करने वाला प्रमुख कारक होगा. इसमें निर्माण और सड़कों जैसी गतिविधियों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए व्यापक नीति के तहत तय समयसीमा के अनुसार कदम उठाने को कहा गया है.
दिल्लीवासियों के लिए राहत
यह सुधार दिल्ली के निवासियों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है, क्योंकि पिछले कुछ सालों में इस अवधि में AQI अक्सर खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता था. 'संतोषजनक' AQI का मतलब है कि हवा में प्रदूषण का स्तर आम लोगों के स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित है, हालांकि संवेदनशील व्यक्तियों को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. इस बदलाव ने प्रदूषण नियंत्रण के प्रयासों की सफलता को भी रेखांकित किया है.