उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बेंगलुरु जाने वाली इंडिगो उड़ान में एक कनाडाई नागरिक को यात्रियों के बीच बम की अफवाह फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के अनुसार, यह घटना शनिवार रात को हुई, और संदिग्ध को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. दरअसल, शनिवार (26 अप्रैल) की रात को इंडिगो उड़ान के यात्रियों में उस समय दहशत फैल गई, जब कनाडाई यात्री ने दावा किया कि उसके पास बम है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हवाई अड्डे के निदेशक पुनीत गुप्ता ने बताया कि उड़ान को तुरंत आइसोलेशन बे में ले जाया गया और गहन जांच की गई. जांच-पड़ताल में धमकी झूठी पाई गई. इस दौरान पुनीत गुप्ता ने कहा कि यात्री की धमकी के बाद इंडिगो के चालक दल ने तत्काल एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को सूचित किया. मानक सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत उड़ान को रोककर निरीक्षण किया गया. सुरक्षा एजेंसियों से मंजूरी मिलने के बाद उड़ान बेंगलुरु के लिए रवाना हुई.
कनाडाई यात्री के खिलाफ कार्रवाई
वाराणसी के गोमती जोन के डीसीपी आकाश पटेल ने बताया, "यात्री निशांत, जो कनाडा का नागरिक है, उन्होंने यह जानकारी दी थी. फिलहाल, उसे पुलिस को सौंप दिया गया. जिसके बाद सभी सुरक्षा एजेंसियों ने पूछताछ की, जिसमें पता चला कि उसने हवाई अड्डे के संचालन में देरी करने के लिए झूठी जानकारी दी. उसके खिलाफ उचित धाराओं में FIR दर्ज की जा रही है, और कनाडा उच्चायोग को भी सूचित किया जाएगा.
बम धमकियों का बढ़ता सिलसिला
इसी दिन, केरल के तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को ईमेल के जरिए बम की धमकी मिली. इससे पहले, राज्य की राजधानी के कई होटलों को भी ऐसी धमकियां मिली थीं. एयरपोर्ट के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि बॉम्ब स्कॉड की टीम तैनात की जा चुकी हैं, और सभी टर्मिनलों की गहन जांच-पड़ताल चल रही है.
इस बीच नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने फरवरी में संसद में बताया कि 2024 में भारत में एयरलाइंस को 728 झूठी बम धमकियां मिलीं, और 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इंडिगो को सबसे ज्यादा 216 धमकियां मिलीं, इसके बाद एयर इंडिया (179) और अन्य एयरलाइंस थीं.
जानिए क्या करें सुरक्षा उपाय?
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने कहा, "झूठी बम धमकियों से निपटने के लिए, ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) ने देश के सभी नागरिक उड्डयन हितधारकों को सलाह जारी की है, ताकि सुव्यवस्थित सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जा सकें और नागरिक उड्डयन में किसी भी गैरकानूनी हस्तक्षेप को रोका जा सके.