menu-icon
India Daily
share--v1

'लोकसभा चुनाव में बताया इमैच्योर, विधानसभा में बनाया स्टार,' आकाश आनंद पर फिर मेहरबान हुईं मायावती

Punjab Uttarakhand By Election: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP Mayawati) अपने भतीजे की फिर से लॉन्चिंग करने जा रही है. लोकसभा चुनाव में भतीजे आकाश आनंद को अचानक से प्रचार के लिए रोक दिया गया था और उन्हें राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर के पद से हटा दिया गया था. अब उन्हें पंजाब, उत्तराखंड के उपचुनावों के लिए स्टार प्रचारकों में रखा गया है.

auth-image
Shyam Datt Chaturvedi
mayavathi aakash anand
Courtesy: Social Media

Punjab Uttarakhand By Election: लोकसभा चुनावों के बाद अब विधानसभाओं के उपचुनाव होने हैं. इसमें मायावती (BSP Mayawati) अपने भतीजे की री-एंट्री (Akash Re Entry In Politics) की तैयारी हो रही हैं. बीच लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) में मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को अपरिपक्व बताकर स्टार प्रचारकों की लिस्ट से बाहर कर दिया था. उन्हें राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर के पद से भी हटा दिया गया था. अब उनको मायावती पंजाब और उत्तराखंड के रास्ते एक बार फिर से लॉन्च करने जा रही है.

लोकसभा चुनाव के बाद अब आकाश आनंद की री-एंट्री उत्तराखंड और पंजाब से होने जा रही है. वो इन दोनों राज्यों में होने वाले उपचुनाव के लिए स्टार प्रचारक होंगे. ऐसे में सवाल उठता है कि क्यों लोकसभा चुनाव में परिवारवाद के आरोपों से बचने के लिए ही ऐसा किया गया था.

कब शुरू हुआ था सियासी सफर

आकाश आनंद का सियासी सफर महज 7 साल पुराना है. वो सबसे पहले सियासी मंचों पर साल 2017 में आए थे. उनका परिचय भी जनता से मायावती ने ही कराया था. तब से लेकर साल 2024 के लोकसभा चुनावों तक आकाश काफी एक्टिव नजर आए हैं. वो अक्सर मायावती के साथ नजर आते और पार्टी की बैठकों में भी शामिल होते रहे हैं. उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर भी बनाया गया था.

2024 के आम चुनाव में बैकफुट

आकाश को पार्टी ने साल 2024 के लोकसभा चुनावों में बूम दिया. उनको कई इलाकों में प्रचार की जिम्मेदारी दी गई. इससे पहले ही मायावती ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया था. चुनावों में उनकी ताबड़तोड़ रैलियां देखने को मिलीं. हालांकि, हरदोई में उनके एक बयान पर विवाद हो गया. इसके बाद FIR भी दर्ज हुई और पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर के पद से हटाते हुए बैकफुट पर ले लिया.

क्या है मायावती की चाल?

अब उपचुनाव के रास्त आकाश आनंद की सियासी री-एंट्री हो रही है. उन्हें स्टार प्रचारक बनाया गया है. मायावती चाहती हैं की वो एक बार फिर धीरे-धीरे सक्रिय हों और विवादों से बचे रहे. संभवतः पार्टी उन्हें उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले पूरी तरह से पॉलिश कर लेना चाहती है. ताकि उनके युवा फेस का पार्टी को फायदा हो और आकाश को पार्टी की कमान सौंपी जा सके. क्योंकि, देर-सबेर सक्रिय राजनीति में आना ही है.

क्या परिवारवाद से बचने के लिए हटाया?

सियासी जानकारों का मानना है कि लोकसभा चुनाव में आकाश आनंद को बैकफुट पर लेना महज एक चाल थी. मायावती पर लगातार परिवारवाद के आरोप लग रहे थे. इस कारण उन्होंने ये फैसला लिया था. उनका ये भी मानना था कि कोई विवाद आकाश के सिर न मढ़ जाए. अब उन्हें धीरे-धीरे एक्टिव किया जा रहा है ताकि 2027 में उनकी फुल एंट्री हो और उनके पास दिखाने के लिए पुराने काम हों.