BRS विधायक की साड़ी और चूड़ी का कांग्रेस नेत्री ने जूता दिखाकर दिया जवाब, मचा बवाल
BRS MLA: बीआरएस विधायक पी कौशिक रेड्डी द्वारा दिए गए एक बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. विधायक के बयान से तेलंगाना की राजनीति में गहमा गहमी का माहौल हो चुका है. दरअसल, पी कौशिक रेड्डी ने दलबदलू नेताओं को चूड़ी और साड़ी पहनने को कहा था. अब कांग्रेस की एक नेत्री ने उनके इस बयान को लेकर करारा जवाब दिया है.
Hyderabad: भारतीय राष्ट्र समिति (BRS) के तेलंगाना विधायक पी कौशिक रेड्डी ने राज्य विधानसभा चुनाव के बाद सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी में शामिल होने वाले अपने पूर्व सहयोगियों को साड़ियां और चूड़ियं भेट करने की बात कही थी. अब उनके इस बयान को लेकर कांग्रेस नेत्री शेभा रानी ने पलटवार किया है.
न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस एमएल के बयान से नाराज कांग्रेस की महिला सदस्यों ने उनसे तत्काल माफी मांगने को कहा. इसके साथ ही कांग्रेस नेत्री बी शोभा रानी ने उनके साड़ी और चूड़ी का जवाब जूते से दिया.
साड़ी और चूड़ी का जवाब जूते से दिया
पी कौशिक रेड्डी ने कहा था कि वह दलबदलुओं को 'उपहार' के तौर पर साड़ियां और चूड़ियां भेजना चाहते हैं. उन्होंने कूरियर के जरिए उनके घरों तक इन्हें भेजने की भी पेशकश की. उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा, "अगर दलबदलू विधायकों में कोई शर्म या हिम्मत है, तो उन्हें सबसे पहले अपने पदों से इस्तीफा देना चाहिए और नए चुनावों का सामना करना चाहिए. मैं उन्हें चूड़ी और साड़ी भेंट करना चाहता हूं."
कांग्रेस लीडर बी शोभा रानी ने रेड्डी पर महिलाओं की बेइज्जती करने का ओरप लगाया. उन्होंने कहा कि उनका बयान महिलाओं की सम्मान को ठेस पहुंचाने वाल था.
उन्होंने कहा, "देश की राष्ट्रपति एक महिला है. तेलंगाना राज्य की स्थापना सोनिया गांधी ने ही की थी. तेलंगाना संघर्ष में महिलाएं सबसे आगे थीं. कौशिक रेड्डी ने अपनी बकवास बातों से महिलाओं का अपमान किया है. अगर उन्होंने फिर से महिलाओं का अपमान किया तो उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा."
BRS के नेता कांग्रेस में हुए थे शामिल
अन्य कांग्रेस नेताओं ने कौशिक से कहा कि वह बीआरएस अध्यक्ष और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामा राव को राज्य में दलबदल की संस्कृति शुरू करने के लिए साड़ियां और चूड़ियां भेजें.
विपक्षी दल बीआरएस के दस विधायक कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं, क्योंकि 2023 के राज्य विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 64 सीटें जीती हैं. इस जीत ने बीआरएस के एक दशक के लंबे शासन के बाद पार्टी को सत्ता में पहुंचा दिया है.