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नीरज चोपड़ा के भाले और ब्लूटूथ ने सुलझा दी कोलकाता डॉक्टर मर्डर केस की गुत्थी, आरोपी ने चंद मिनट में उगल दिए राज

Kolkata Woman Doctor Murder Case:कोलाकाता के एक अस्पताल में जूनियर महिला डॉक्टर की हत्या की गुत्थी एक ब्लूटूथ वाले हेडफोन ने सुलझा दी है. दरअसल, आरोपी का हेडफोन घटनास्थल पर गिर गया था. पुलिस ने जब उसे पूछताछ के लिए बुलाया और उसका फोन लेकर कनेक्ट किया तो उसका फोन ब्लूटूथ से कनेक्ट हो गया.

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Edited By: India Daily Live
Kolkata Woman Doctor Murder Case
Courtesy: Social Media

Kolkata Woman Doctor Murder Case: कोलकाता के आरजी कर हॉस्पिटल में जूनियर महिला डॉक्टर की हत्या की गुत्थी सुलझती नजर आ रही है. पुलिस को डेड बॉडी के पास मिले एक ब्लूटूथ ने हत्या का सच सभी के सामने ला दिया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. ब्लूटूथ की मदद से पुलिस ने आरोपी को धर दबोचा. पुलिस जांच में पाया गया कि जूनियर डॉक्टर ने देर रात जोमैटो से खाना मंगाकर खाया था. इसके बाद डॉक्टर ने अपने कलीग्स के साथ नीरज नीरज चोपड़ा का ओलंपिक मैच देखा था. 

पुलिस ने जांच में पाया कि जूनियर डॉक्टर नीरज चोपड़ा का मैच देखने के बाद नींद आने पर सेमीनार रूम में सोने चली गी थी. डॉक्टर को अकेले सोते पाकर आरोपी ने घटना को अंजाम दिया. 

पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने बताई कब और कैसे हुई मौत?

पुलिस के सूत्रों ने बताया कि डॉक्टर का रेप करके उसकी हत्या करने वाला ब्लूटूथ की मदद से पकड़ा गया आरोपी  सिविक वॉलंटियर है जो अस्पताल में मरीजों को लेकर आता है. 4 पन्नों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट बता रही की महिला डॉक्टर की मौत करीब रात 4 बजे के आसपास हुई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया कि महिला डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट से लेकर शरीर के कई हिस्सों पर चोट के निशान भी पाए गए हैं. 

अर्धनग्न मिली लाश

महिला जूनियर डॉक्टर को नींद आ रही थी इसलिए वह लाल कंबल ओढ़कर सेमीनार रूम में सो गई. इसके बाद करीब 3 बजे आरोपी महिला के साथ जबरदस्ती दुष्कर्म करता है. डॉक्टर को सुबह राउंड के लिए बुलाया जाता है और जब वह नहीं आती तो कर्मचारी सेमीनार रूम में जाते और वहां का दृश्य देखकर उनके होश उड़ जाते हैं. 

अस्पताल के कर्मचारियों को जूनियर डॉक्टर अर्धनग्न मृत हालत में मिली थी. अस्पताल प्रशासन ने इस घटना को पहले आत्महत्या करार दिया लेकिन हंगामा होने पर पुलिस ने इस केस को संदिग्ध माना और जांच शुरू की तो सारी परते सामने आ गईं. घटनास्थल पर पुलिस को एक ब्लूटूथ मिला था. 

CCTV कैमरे से मिला सुराग

पुलिस ने हॉस्पिटल का सीसीटीवी चेक किया तो 5 लोग सेमीनार रूम की ओर जाते दिखे. पुलिस ने एक-एक करके सभी को पूछताछ के लिए बुलाया. इसमें एक युवक भी था. सीसीटीवी में नजर आया युवक अस्पताल में मरीजों को लेकर आता है. यूं कहें की अस्पताल का खर्चा-पानी चलता रहे इसके लिए वह एक तरह से अस्पताल को बिजनेस लाकर देता है. 

पुलिस ने सीसीटीवी में पाया कि युवक रात 2:30 बजे से लेकर 3:30 बजे के बीच संदिग्ध हरकत करते हुए सेमीनार रूम के पास देखा गया. इसके बाद पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए बुलाया. पहली पूछताछ में उसने बताया कि वह चेस्ट मेडिसिन विभाग में दिल के मरीजों को देखने गया था. 

ब्लूटूथ हेडफोन ने कंफर्म कर दिया कौन है आरोपी?

पुलिस ने चेस्ट विभाग में जाकर मरीजों से पूछताछ की तो मरीजों ने कहा कि इस तरह का कोई भी युवक उनके वार्ड में नहीं आया था. इसके बाद पुलिस ने फिर से युवक को पूछताछ के लिए बुलाया. पुलिस ने ब्लूटूथ हेडफोन आन किया और युवक के फोन का भी ब्लूटूथ ऑन किया गया. ब्लूटूथ हेडफोन युवक के फोन से कनेक्ट हो गया. पुलिस ने तुरंत युवक को गिरफ्तार कर लिया. युवक ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है.