वन नेशन वन इलेक्शन जैसे महत्वपूर्ण बिल पर चर्चा के लिए लोकसभा में गैरहाजिर रहने वाले बीजेपी सांसदों को पार्टी नोटिस भेजेगी. बता दें कि भाजपा ने इस बिल पर चर्चा के लिए पार्टी के सभी सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी किया था इसके बावजूद आज मतदान के दौरान भाजपा के 20 से अधिक सांसद अनुपस्थित थे.
सांसदों को जारी किया गया था व्हिप
क्या है वन नेशन वन इलेक्शन बिल
वन नेशन वन इलेक्शन बिल अगर पास हो जाता है तो देश में बार-बार होने वाले चुनावों का दौर खत्म हो जाएगा और लोकसभा और विधानसभा के चुनाव 5 साल में सिर्फ एक बार कराए जा सकेंगे. इसके अलावा स्थानीय निकायों, नगर पालिका, नगर पंचायत और ग्राम पंचायतों के चुनावों को भी लोकसभा, विधानसभा चुनाव के साथ ही कराने का रास्ता साफ होगा.
कैसे पास होगा बिल बीजेपी के पास बहुमत नहीं
बहुमत ना होने के कारण भाजपा को इस बिल को लोकसभा में पास कराने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. 543 सीटों वाली लोकसभा में एनडीए के पास अभी 292 सीटें हैं. किसी भी बिल को पास कराने के लिए दो तिहाई बहुमत यानी 362 सीटें होना जरूरी है. वहीं 245 सीटों वाली राज्यसभा में एनडीए के पास 112 सीटें हैं और 6 मनोनीत सांसदों का भी उसे समर्थन प्राप्त है, जबकि विपक्ष के पास 85 सीटें हैं. दो तिहाई बहुमत के लिए राज्य सभा में 164 सीटें चाहिए. यानी इंडिया गठबंधन के समर्थन के बिना इस बिल को पास कराना मुश्किल है.