'BJP मस्जिद गिराना चाहती थी.. क्योंकि जब तक गिराई नहीं जाती ..', दिग्विजय सिंह ने रामलला प्राण प्रतिष्ठा पर उठाए सवाल
रामलला प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां तेज हो चली है. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि BJP, VHP, RSS पर बाबरी मस्जिद को गिराना चाहते थे और मंदिर नहीं बनाना चाहते थे क्योंकि जब तक मस्जिद नहीं ढहती तब तक यह मुद्दा सांप्रदायिक मुद्दा नहीं बनता.
नई दिल्ली: रामलला प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां तेज हो चली है. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि BJP, VHP, RSS पर बाबरी मस्जिद को गिराना चाहते थे और मंदिर नहीं बनाना चाहते थे क्योंकि जब तक मस्जिद नहीं ढहती तब तक यह मुद्दा सांप्रदायिक मुद्दा नहीं बनता. कांग्रेस ने कभी भी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का विरोध नहीं किया बल्कि कोर्ट के फैसले तक इंतजार करने को कहा.
'BJP मस्जिद गिराना चाहती थी.. क्योंकि जब तक गिराई जाती तब तक..'
एक्स पोस्ट में दिग्विजय सिंह ने कहा "कांग्रेस ने कभी भी अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का विरोध नहीं किया. केवल विवादित भूमि पर निर्माण के लिए अदालत के फैसले तक इंतजार करने के लिए कहा गया था. गैर-विवादित भूमि पर भूमि पूजन भी राजीव जी के समय में किया गया था. नरसिम्हा राव जी ने राम मंदिर निर्माण के लिए गैर-विवादित जमीन का भी अधिग्रहण किया था, नरसिम्हा राव जी ने किया था, लेकिन बीजेपी, वीएचपी और आरएसएस मस्जिद गिराना चाहते थे, मंदिर नहीं बनाना चाहते थे. क्योंकि जब तक मस्जिद नहीं गिराई जाती तब तक मामला हिंदू-मुस्लिम का नहीं बनता. उनके चलन और चरित्र में विनाश है. अशांति फैलाकर राजनीतिक लाभ लेना उनकी रणनीति है.इसीलिए उनका नारा था 'राम लला हम आयेंगे, मंदिर वहीं बनायेंगे.'अब वहां क्यों नहीं बनाया?"
क्या यही राज धर्म है?
पोस्ट में दिग्विजय सिंह ने कहा "जब उच्चतम न्यायालय ने विवादित भूमि न्यास को दे दी थी? इसका जवाब तो केवल चंपत राय या नरेंद्र मोदी ही दे सकते हैं. मेरी संवेदनाएं मंदिर निर्माण आंदोलन में शहीद हुए स्वयंसेवकों के परिवारों और उन लोगों के साथ हैं जिनके खिलाफ अदालत में आपराधिक मामले दायर किए गए थे. क्या उन्हें आमंत्रित किया गया है? 175 वर्षों तक राम जन्मभूमि के लिए लड़ने वाले निर्मोही अखाड़े के लोगों को आमंत्रित किया गया? क्या यही राज धर्म है? क्या यही राम राज है?"
रामलला प्राण प्रतिष्ठा के लिए 84 सेकंड का मुहूर्त
रामलला प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. प्राण प्रतिष्ठा से पहले की औपचारिक प्रक्रियाएं आज से यानी 16 जनवरी से शुरू होंगी और 21 जनवरी तक जारी रहेंगी. 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 84 सेकंड का अति सूक्ष्म मुहूर्त निकाला गया है. जो 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक होगा. मध्याह्न काल में मृगशिरा नक्षत्र में 84 सेकेंड के मुहूर्त में प्रधानमंत्री मोदी रामलला के विग्रह की आंखों में बंधी पट्टी यानी दिव्य दृष्टि खोलने के बाद काजल व टीका लगाने के साथ-साथ भगवान रामलला की महाआरती करेंगे.