Karnataka BJP: भाजपा की कर्नाटक इकाई ने मंगलवार को पुलिस महानिदेशक के समक्ष एक शिकायत दर्ज कराई है. इसमें सोमवार को राज्यपाल थावर चंद गहलोत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर उनका अपमान करने के लिए कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश देने की मांग की है.
बीजेपी नेताओं ने मांग की है कि मंत्री बीजेड जमीर अहमद खान, कृष्ण बायरे गौड़ा और दिनेश गुंडू राव तथा विधायक इवान डिसूजा और नानजे गौड़ा के खिलाफ एससी/एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम और गुंडा अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाए और उन्हें गिरफ्तार किया जाए.
पूर्व उपमुख्यमंत्री गोविंद करजोल और विधान परिषद में विपक्ष के नेता चलवाडी नारायणस्वामी सहित भाजपा दलित नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस नेताओं पर राज्यपाल पर व्यक्तिगत हमले करने का आरोप लगाया है. क्योंकि राज्यपाल ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ उनकी पत्नी को MUDA साइटों के आवंटन में कथित अनियमितताओं की जांच करने की अनुमति दी थी. राज्यपाल दलित समुदाय से आते हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता निजी हमलों के ज़रिए संवैधानिक पद का अपमान कर रहे हैं क्योंकि राज्यपाल दलित समुदाय से हैं. भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस विभाग पर निजी हमलों में शामिल लोगों के ख़िलाफ़ कोई मामला दर्ज न करके लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.
प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस से आग्रह किया कि वह सभी जिलों में उन लोगों की पहचान करे जो व्यक्तिगत हमलों में शामिल हैं और राज्यपाल पर आगे भी किसी भी तरह के हमले को रोकें. प्रतिनिधिमंडल ने अपनी शिकायत में कहा कि अगर पुलिस विभाग राज्यपाल के पद के सम्मान की रक्षा के लिए ऐसी कोई कार्रवाई नहीं करता है, तो भाजपा को संघर्ष करना पड़ेगा, जिसके लिए विभाग जिम्मेदार होगा.
उन्होंने विशेष रूप से डिसूजा सहित कुछ कांग्रेस नेताओं पर आपत्ति जताई, जिन्होंने कथित तौर पर राज्यपाल को यह चेतावनी देकर धमकाया कि कांग्रेस समर्थक बांग्लादेश विरोध प्रदर्शनों की तर्ज पर राजभवन में घुस जाएंगे. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए श्री करजोल ने मांग की कि राज्यपाल के खिलाफ की गई टिप्पणी के लिए श्री डिसूजा को परिषद की सदस्यता से अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए.