आम आदमी पार्टी (AAP) ने बुधवार को सवाल किया कि केंद्र आबकारी नीति मामले में सरकारी गवाह बने आरोपियों की कंपनियों से बीजेपी को इलेक्टोरल बॉन्ड के रूप में मिले करोड़ों रुपयों के चंदे के मामले की जांच कब करेगा? हालांकि बीजेपी ने आप के इस सवाल पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
बीजेपी ने खुले तौर पर आरोपियों से चंदा लिया
आप के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली शराब नीति मामले में आरोपी से सरकारी गवाह बने लोगों ने चुनावी बॉन्ड के रूप में बीजेपी को करोड़ों रुपए दिये. बीजेपी को इन आरोपियों से खुले तौर पर मिले करोड़ों रुपए की जांच कब होगी.
ईडी ने बिना सबूत के AAP को आरोपी बना दिया
आप नेता सौरभ भारद्वाज ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली शराब नीति मामले में बिना सबूतों के, पैसों की बिना कोई रिकवरी के आम आदमी पार्टी को आरोपी बना दिया लेकिन ईडी बीजेपी को कब आरोपी बना रही है जिन्होंने साफ तौर पर दिल्ली शराब नीति के आरोपियों की कंपनी से चुनावी बांड के रूप में करोड़ों रुपए का चंदा लिया और सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर यह खुलासा भी हो चुका है कि चंदे की रकम कितनी थी.
क्या आरोपियों को धमकाया गया था
भारद्वाज ने कहा कि सब कुछ साफ हो चुका है फिर भी इस मामले की जांच क्यों नहीं की जा रही है. भारद्वाज ने दावा किया कि बीजेपी ने चुनावी बॉन्ड के जरिए ऐसी ऐसी कंपनियों से चंदा लिया जिनके मालिकों के खिलाफ ईडी और आईटी विभाग ने जांच शुरू की थी. भारद्वाज ने कहा कि क्या इन कंपनियों के मालिकों ने जांच के डर से यह चंदा दिया था. क्या उन कंपनियों के मालिकों को ईडी, सीबीआई का डर दिखाया गया था? इस बात की जांच की जानी चाहिए.