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'ये उनका पीआर स्टंट', केजरीवाल के इस्तीफे की घोषणा पर क्या बोली भाजपा?

BJP On Kejriwal Resign Announcement: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की घोषणा पर भाजपा की प्रतिक्रिया भी आ गई. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने अरविंद केजरीवाल की घोषणा को पीआर स्टंट बताया. उन्होंने कहा कि ये सब चुनाव को देखते हुए लिया गया फैसला है. अब बली का बकरा किसी और को बनाया जाएगा.

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Edited By: India Daily Live
BJP On Kejriwal Resign Announcement
Courtesy: India Daily

BJP On Kejriwal Resign Announcement: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के 'मैं 2 दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं' वाले बयान पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी की प्रतिक्रिया सामने आई. प्रदीप भंडारी ने कहा कि ये अरविंद केजरीवाल का पीआर स्टंट है. उन्हें समझ आ गया है कि दिल्ली की जनता के बीच उनकी छवि एक ईमानदार नेता की नहीं बल्कि एक भ्रष्ट नेता की है, आज देशभर में आम आदमी पार्टी एक भ्रष्ट पार्टी के तौर पर जानी जाती है.

प्रदीप भंडारी ने कहा कि अपने पीआर स्टंट के तहत वे (अरविंद केजरीवाल) अपनी छवि को फिर से बनाना चाहते हैं. साफ है कि वह सोनिया गांधी मॉडल लागू करना चाहते हैं, जहां उन्होंने मनमोहन सिंह को डमी प्रधानमंत्री बनाकर पर्दे के पीछे से सरकार चलाई थी. उन्हें आज समझ आ गया है कि आम आदमी पार्टी दिल्ली चुनाव हार रही है और दिल्ली की जनता उनके नाम पर वोट नहीं दे सकती, इसलिए वह किसी और को बलि का बकरा बनाना चाहते हैं.

इस चौंकाने वाले घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के हरीश खुराना ने सवाल किया कि AAP नेता नाटक क्यों कर रहे हैं, 48 घंटे बाद क्यों? उन्हें आज ही इस्तीफा दे देना चाहिए. पहले भी उन्होंने ऐसा किया है. दिल्ली के लोग पूछ रहे हैं, वे सचिवालय नहीं जा सकते, दस्तावेजों पर हस्ताक्षर नहीं कर सकते? फिर क्या मतलब है? यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा समय से पहले चुनाव के लिए तैयार है? खुराना ने जवाब दिया और कहा कि हम तैयार हैं, चाहे आज हो या कल. हम 25 साल बाद दिल्ली की सत्ता में लौटेंगे.

भाजपा नेता शाजिया इल्मी कहती हैं, "अरविंद केजरीवाल राजनीतिक दांवपेंच में माहिर हैं. उन्हें पता है कि उन्हें उन 5 महीनों में ही इस्तीफा दे देना चाहिए था, जब वे जेल में थे... वे जानबूझकर इस्तीफे की बात कर रहे हैं, क्योंकि सहानुभूति पाने का यही एकमात्र तरीका है... उन्हें बहुत पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था. मुझे लगता है कि दिल्ली की जनता उनकी असलियत पूरी तरह समझ चुकी है..."

दिल्ली कांग्रेस ने इस्तीफे का किया स्वागत

दिल्ली कांग्रेस ने केजरीवाल के इस्तीफे का स्वागत करते हुए कहा कि देर आए दुरुस्त आए. दिल्ली कांग्रेस प्रमुख देवेंद्र यादव ने कहा कि बेहतर होता अगर उन्होंने उस समय इस्तीफा दे दिया होता जब दिल्ली बाढ़ और पेयजल की कमी से जूझ रही थी. मुझे उम्मीद है कि दिल्ली को जल्द ही एक नया मुख्यमंत्री मिलेगा जो अपने कार्यालय जाकर फाइलों पर हस्ताक्षर कर सके.

सौरभ भारद्वाज बोले- ऐसा उदाहरण नहीं मिलेगा

दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, "दुनिया में ऐसा उदाहरण नहीं मिलेगा कि कोई मुख्यमंत्री कोर्ट से जमानत मिलने के बाद खुद ही फैसला ले ले कि कोर्ट ने मुझे जमानत दे दी है, लेकिन जिस दिन मेरी जनता मेरी अग्नि परीक्षा लेगी, तभी मैं इस कुर्सी पर बैठूंगा...पिछले 3 बार से दिल्ली की जनता लोकसभा में बीजेपी को वोट दे रही है और विधानसभा में उसे 8 सीटें दे रही है, इसलिए बीजेपी को सच्चाई पता है. मुख्यमंत्री की कुर्सी अरविंद केजरीवाल का इंतजार करेगी..."

राघव चड्ढा बोले- केजरीवाल अग्निपरीक्षा से गुजरने के लिए तैयार हैं

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के 'मैं 2 दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं' वाले बयान पर आप सांसद राघव चड्ढा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अग्नि-परीक्षा से गुजरने के लिए तैयार हैं. अब ये दिल्ली की जनता के हाथ में है कि वह ईमानदार हैं या नहीं. अरविंद केजरीवाल ने 2020 में काम के नाम पर वोट मांगे थे और कहा था कि अगर मैंने काम किया है तो मुझे वोट दें, अगर मैंने काम नहीं किया है तो मुझे वोट न दें. दिल्ली की जनता आप को वोट देकर मुख्यमंत्री को ईमानदार घोषित करेगी और आने वाले 2025 के दिल्ली चुनाव में दिल्ली की जनता उस चुनाव के जरिए अपने मुख्यमंत्री को ईमानदार घोषित करेगी. 

वहीं, दिल्ली के मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा, "हम मुख्यमंत्री से सहमत हैं. अरविंद केजरीवाल ने लोगों का प्यार, सम्मान और आशीर्वाद कमाया है. उन्होंने यह दिल्ली की जनता पर छोड़ दिया है कि वह ईमानदार हैं या नहीं और पार्टी ईमानदार है या नहीं... अभी तक विधानसभा भंग करने की कोई बात नहीं हुई है. 

केजरीवाल ने इस्तीफे की घोषणा करते हुए क्या कहा?

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने CM पद से इस्तीफे की पेशकश की है. उन्होंने कहा है कि अगले दो दिनों में मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा. उन्होंने कहा कि अगले दो दिनों में विधायक दल की बैठक होगी. केजरीवाल ने ये भी कहा कि जनता का फैसला आने तक मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा. उन्होंने कहा कि जनता मुझे बताए कि मैं ईमादार हूं या फिर गुनहगार हूं. 

दिल्ली शराब घोटाला मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ये बातें कही. उन्होंने ये भी कहा कि नवंबर में दिल्ली में विधानसभा चुनाव कराए जाएं. अगर दिल्ली के लोग मानते हैं कि मैं ईमानदार हूं, तो फिर मुझे और मेरे पार्टी को वोट दें. बता दें कि दिल्ली में फरवरी में विधानसभा चुनाव कराए जाने हैं.

विधायक दल की बैठक में होगा नए CM का ऐलान

केजरीवाल ने कहा कि अगले दो दिनों में होने वाले विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा होगी. उन्होंने ये भी साफ किया कि मनीष सिसोदिया भी दिल्ली के मुख्यमंत्री नहीं बनने जा रहे हैं. उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मैं दो दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं. जब तक जनता अपना फैसला नहीं दे देती, मैं सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा... मैं हर घर और गली में जाऊंगा और जब तक जनता का फैसला नहीं मिल जाता, तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा. 

केजरीवाल ने बताया- जेल से क्यों नहीं दिया था इस्तीफा

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने (भाजपा) मुझे जेल भेजा क्योंकि उनका लक्ष्य AAP और अरविंद केजरीवाल की हिम्मत को तोड़ना था... उन्हें लगा कि वे हमारी पार्टी को तोड़ देंगे और मुझे जेल में डालकर दिल्ली में सरकार बना लेंगे... लेकिन हमारी पार्टी नहीं टूटी... मैंने जेल से इस्तीफा नहीं दिया क्योंकि मैं भारत के संविधान की रक्षा करना चाहता था. मैं उनका फॉर्मूला फेल करना चाहता था... SC ने केंद्र सरकार से पूछा कि जेल से सरकार क्यों नहीं चल सकती... SC ने साबित कर दिया कि जेल से सरकार चल सकती है. 

तिहाड़ से रिहा होने के बाद केजरीवाल पहली बार AAP मुख्यालय पहुंचे

इससे पहले, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल रविवार को दिल्ली स्थित पार्टी कार्यालय पहुंचे. शुक्रवार रात तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद यह उनका पहला दौरा है. इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि उन्होंने (केजरीवाल) जेल से भी पार्टी को एकजुट रखा और कार्यकर्ताओं ने इसे बाहर से एकजुट रखा. अगर किसी और पार्टी को इतनी समस्याओं का सामना करना पड़ता, तो वह टूट जाती.