BJP MP Winning Formula 18 MPs contested assembly elections: मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हो चुके हैं. तीनों राज्यों में भाजपा सरकार बनाने जा रही है. मध्य प्रदेश में तो भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला है. तीनों राज्यों में चुनाव से पहले भाजपा ने विधानसभा सीटों पर अपने सांसदों को चुनाव लड़ाने का फार्मूला अपनाया था. नतीजों के मुताबिक, भाजपा का ये फार्मूला कारगर साबित हुआ है.
राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 65 सीटें हैं. इन 65 सीटों में से 61 पर भाजपा के सांसद चुने गए हैं. तीनों राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले दांव खेलते हुए भाजपा ने अपने 18 सांसदों को विधानसभा चुनाव का टिकट दे दिया.
भाजपा का सासंदों को विधानसभा चुनाव लड़ाने का मकसद साफ था. भाजपा की रणनीति थी कि सांसद अपने संसदीय सीटों के विधानसभा चुनावों में मेहनत करें और ज्यादा से ज्यादा सीटों पर पार्टी के प्रत्याशियों को जीत दिलाएं. इस रणनीति के तहत भाजपा ने मध्य प्रदेश और राजस्थान में 7-7 सांसदों को टिकट दिया, जबकि छत्तीसगढ़ जैसे छोटे राज्य में अपने 4 सांसदों को चुनावी मैदान में उतार दिया.
सांसदों को चुनाव लड़ाने वाली रणनीति काफी कारगर साबित हुई. तीनों राज्यों को मिलाकर भाजपा ने चुनावी मैदान में 18 सांसद उतारे थे, जिसमें से 12 सांसदों को जीत हासिल हुई, जबकि 6 सांसद चुनाव हार गए.
राजस्थान की 200 में से 199 सीटों पर विधानसभा चुनाव हुए थे. एक सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के निधन के बाद वहां चुनाव स्थगित कर दिया गया था. भाजपा ने 199 में से 115 सीटों पर जीत हासिल की है.
मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 163 सीटों पर जीत हासिल की.
छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा ने 54 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की.
राजस्थान
राज्यवर्धन सिंह राठौड़: भाजपा ने राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को झोटवाड़ा विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा. राज्यवर्धन ने 50 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की.
दीया कुमारी: भाजपा ने दीया कुमारी को विद्याधर नगर सीट से चुनाव लड़ाया था. दीया कुमारी ने 71 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की.
बाबा बालकनाथ: भाजपा ने तिजारा विधानसभा सीट से बाबा बालकनाथ को उतारा था. बालकनाथ ने 6 हजार से अधिक मतों से जीत हासिल की.
डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा: भाजपा ने सवाई माधोपुर सीट से किरोड़ी लाल मीणा को चुनाव में उतारा था. उन्होंने 22 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की.
भागीरथ चौधरी: भाजपा ने किशनगढ़ विधानसभा सीट से भागीरथ चौधरी को उतारा था. भागीरथ चौधरी चुनाव हार गए और तीसरे स्थान पर रहे.
देवजी पटेल: भाजपा ने देवजी पटले को सांचोर विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया. देवजी पटेल 30 हजार से अधिक वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे.
नरेंद्र कुमार खीचड़: भाजपा ने मंडावा विधानसभा सीट से नरेंद्र खीचड़ को प्रत्याशी बनाया. वे 18 हजार से अधिक वोटों से हार गए.
मध्य प्रदेश
नरेंद्र सिंह तोमर: भाजपा ने नरेंद्र सिंह तोमर को दिमनी विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया था. तोमर ने 24 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की.
प्रह्लाद पटेल: भाजपा ने नरसिंहपुर विधानसभा सीट से पटेल को अपना प्रत्याशी बनाया. उन्होंने 31 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की.
फग्गन सिंह कुलस्ते: भाजपा ने कुलस्ते को निवास विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा. कुलस्ते 9 हजार से अधिक वोटों से हार गए.
उदयराव प्रताप सिंह: भाजपा ने उदयराव प्रताप सिंह को गाडरवाड़ा विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था. उन्होंने 56 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की.
रीती पाठक: भाजपा ने सीधी विधानसभा सीट से रीती पाठक को अपना उम्मीदवार बनाया. उन्होंने यहां से जीत हासिल की.
गणेश सिंह: भाजपा ने सतना से अपना प्रत्याशी बनाकर विधानसभा चुनाव में उतारा. गणेश सिंह को यहां से हार का सामना करना पड़ा.
राकेश सिंह: भाजपा ने राकेश सिंह को जबलपुर पश्चिम विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा. राकेश सिंह ने 30 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की.
छत्तीसगढ़
रेणुका सिंह: भरतपुर-सोनहत सीट से भाजपा ने रेणुका सिंह को विधानसभा चुनाव में उतारा. उन्होंने 4 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की.
गोमती साय: भाजपा ने गोमती साय को पत्थलगांव विधानसभा सीट से मैदान में उतारा. उन्होंने मात्र 255 वोट से जीत हासिल की.
अरुण साव: भाजपा ने लोरमी विधानसभा सीट से अरुण साव को मैदान में उतारा था. उन्होंने 45 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की.
विजय बघेल: भाजपा ने विजय बघेल को पाटन विधानसभा सीट से मैदान में उतारा. विजय बघेल को यहां से हार का सामना करना पड़ा.