नई दिल्ली: राजस्थान में विधानसभा चुनाव एक दम सिर पर आ गए हैं, इसी बीच राजस्थान सरकार में मंत्री पद से हटाए गए राम चंद्र गुढ़ा ने 'लाल डायरी' के तीन पेज सार्वजनिक कर गहलोत सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं.
विपक्षी पार्टी बीजेपी ने इस मुद्दे को लपक लिया है और अब वह इसी लाल डायरी को मुद्दा बनाकर गहलोत सरकार पर निशाना साध रही है.
मंत्री पद से बर्खास्त होने के अगले ही दिन गुढ़ा ने लाल डायरी के तीन पेज सार्वजनिक किये थे और राजस्थान क्रिकेट असोसिएशन में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी ने इसे राज्य सरकार के लिए 'बोफोर्स जैसी स्थिति' करार दिया.
राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर अपनी ही सरकार को घेरने के बाद मंत्री पद से बर्खास्त किए गए गुढ़ा ने बुधवार को लाल डायरी के तीन पेज सार्वजनिक कर राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. बता दें कि अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं.
'गहलोत और उनके बेटे की करतूतों को उजागर कर रही है लाल डायरी'
बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, 'लाल डायरी सीएम गहलोत के नहीं बल्कि उनके बेटे की करतूतों को भी उजागर कर रही है...यह राजस्थान सरकार के लिए बोफोर्स जैसा क्षण है क्योंकि आरोप खुद सरकार के अपने ही लोगों की ओर से लगाए गए हैं.'
उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार के कुकर्मों में एक काला अध्याय जुड़ गया है और यह अध्याय लाल डायरी से जुड़ा हुआ है.
'बीजेपी के आरोप निराधार नहीं होते'
त्रिवेदी ने जोर देकर कहा, 'बीजेपी जब कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों के खिलाफ आरोप लगाती है तो वे निराधार नहीं होते. उन्होंने कहा कि 2G घोटाले में सीएजी की रिपोर्ट थी और कोर्ट ने भी टिप्पणी की थी. बोफोर्स के समय पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधई के मंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह पर इसी तरह के आरोप लगे थे. आज राजेंद्र गुढ़ा ने अपनी ही सरकार के खिलाफ जिसे आरोप लगाए हैं. इसलिए मैं कह सकता हूं कि राजस्थान सरकार के लिए यह बोफोर्स जैसी स्थिति है.'
गुढ़ा बोले- अभी और रहस्य उजाकर होंगे
बुधवार को गुढ़ा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान लाल डायरी के कुछ पन्ने पढ़े थे और कहा था कि वह आने वाले दिनों में और भी रहस्य उजागर करेंगे.
सीएम गहलोत, उनके ओएसडी सौभाग सिंह और पर्यटन विकास निगम के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ के बीच हुई कथित बातचीत का हवाला देते हुए गुढ़ा ने कहा कि लाल डायरी में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) के हिसाब-किताब को निपटाने का जिक्र है.
'डायरी में गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार के सबूत'
पूर्व मंत्री गुढ़ा ने कहा कि हो सकता है, 'मैं जेल चला जाऊं लेकिन मेरे जेल जाने के बाद भी नए खुलासे होते रहेंगे क्यों यह डायरी मेरे करीबियों के पास रहेगी. इस डायरी में गहलोत सरकार में हुए भ्रष्ट सौदों का वर्णन है. इसमें गहलोत सरकार में हुए सभी भ्रष्टाचारों के सबूत भी दिये गए हैं. वे मेरे खिलाफ झूठा केस दर्ज करने और मुझे ब्लैकमेल करने की योजना बना रहे हैं. वे मुझसे माफी मांगने को कह रहे हैं.'
इस पर बीजेपी के नेता ज्ञान देव आहूजा ने गुढ़ा का समर्थन करते हुए कहा कि राजेद्र गुढ़ा ने आज लाल डायरी में 5000 करोड़ रुपए के लेन-देन का खुलासा किया. मैं इसके लिए उनका धन्यवाद देता हूं और यदि उन्हें मेरी मदद की जरूरत है तो मैं उनके साथ हूं.
इससे पहले मीडिया से बातचीत में गुढ़ा ने कहा था कि लाल किताब में क्या लिखा है सीएम गहलोत इसको लेकर काफी चिंतित हैं.
उन्होंने (कांग्रेस के सदस्यों) विधानसभा में मेरे साथ जो व्यवहार किया उससे उनकी घबराहट साफ दिखाई दे रही है.
यह भी पढ़ें: लोकसभा में भारी हंगामे के बीच पास हुआ दिल्ली सेवा बिल, केजरीवाल बोले- 'दिल्ली की पीठ में घोंपा छुरा'