भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अब कांग्रेस पर एक अलग अंदाज में निशाना साधा है. पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह के एक लेख का जिक्र करते हुए बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने नेताओं के ऊपर हुए हमलों की बात रखी. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि विक्रम सिंह ने अपने लेख में लिखा है कि हिंसा और हत्या को उकसाने के लिए वे बयान जिम्मेदार हैं जिनमें हिंसा और हत्या जैसे शब्द इस्तेमाल किए जाते हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के खिलाफ निरंतर इस तरह की भाषा का इस्तेमाल की जा रही है.
कांग्रेस को जवाब देते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, 'मैं सभी दलों विशेषकर कांग्रेस से आग्रह करना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी को लेकर आपके मन में हीन भावना है. आपके मन में ईर्ष्या है, द्वेष है, कुंठा है लेकिन इस भावना को हिंसा और मौत जैसे शब्दों तक ले जाने से बचिए. मैं एक पंक्ति कहता हूं कि- कागज का है लिबास, चिरागों का शहर है, चलना संभल संभलकर क्योंकि तुम नशे में हो. आप लोग हार के नशे से बाहर आइए और इस तरह की भाषा का इस्तेमाल न करिए.'
सुधांशु त्रिवेदी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'हम साफ शब्दों में कहना चाहेंगे कि मौत और हिंसा जैसे शब्दों का प्रयोग बयानों में नहीं होना चाहिए. कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने मोदी जी के लिए इस प्रकार की मौत और उस प्रकार की मौत जैसे शब्दों का प्रयोग किया है. (कांग्रेस ने) कब्र खुदेगी, मर जा, सर फोड़ देंगे जैसे शब्दों का प्रयोग किया और ये बात आज की नहीं है, ये विगत कई वर्षों से की जा रही है.'