BJP Slams Mehbooba Mufti: भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेताओं ने रविवार को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) चीफ महबूबा मुफ्ती पर लेबनान के लोगों के साथ एकजुटता में अपना चुनाव अभियान रद्द करने के बाद 'राजनीतिक स्टंट' का सहारा लेने का आरोप लगाया.
मुफ्ती ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा कि लेबनान और गाजा के शहीदों, खास तौर पर हसन नसरुल्लाह के साथ एकजुटता दिखाने के लिए मैं कल अपना अभियान रद्द कर रही हूं. हम इस दुख और अनुकरणीय प्रतिरोध की घड़ी में फिलिस्तीन और लेबनान के लोगों के साथ खड़े हैं.
Cancelling my campaign tomorrow in solidarity with the martyrs of Lebanon & Gaza especially Hassan Nasarullah. We stand with the people of Palestine & Lebanon in this hour of immense grief & exemplary resistance.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) September 28, 2024
महबूबा के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए जम्मू-कश्मीर में पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के दौरान उनके पूर्व डिप्टी कविंदर गुप्ता ने कहा कि जब हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा था तब पूर्व मुख्यमंत्री चुप रहीं.
कविंदर गुप्ता ने एएनआई से कहा कि महबूबा मुफ़्ती हिज़्बुल्लाह नेता नसरल्लाह की मौत से दुखी हैं, लेकिन जब बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या हो रही थी, तब वह चुप रहीं. ये मगरमच्छ के आंसू हैं, झूठी सहानुभूति के अलावा कुछ नहीं. लोग सब कुछ समझते हैं.
कश्मीर घाटी के एक अन्य भाजपा नेता अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि दुनिया में कहीं भी युद्ध नहीं होना चाहिए, क्योंकि लोग अपने जीवन में शांति के हकदार हैं.
#WATCH | Jammu: After PDP chief Mehbooba Mufti cancels campaign in solidarity with the martyrs of Lebanon & Gaza, especially Hassan Nasarullah, Former Deputy CM of J&K and BJP leader Kavinder Gupta says, "Why does Hassan Nasarullah's death pain, Mehbooba Mufti? When Hindus in… pic.twitter.com/3msgOhCqlb
— ANI (@ANI) September 29, 2024
उन्होंने कहा कि बड़े संघर्षों के बाद, देश अक्सर बातचीत के ज़रिए मुद्दों को सुलझाने के लिए एकजुट होते हैं. हालांकि, उन्होंने टिप्पणी की कि महबूबा मुफ़्ती धार्मिक कार्ड खेल रही हैं. उन्होंने कहा कि यह उनका चुनावी स्टंट है. हम युद्ध में हत्याओं की भी निंदा करते हैं, लेकिन महबूबा मुफ़्ती ने मुस्लिम समुदाय का समर्थन हासिल करने के लिए यह कदम उठाया है.
हिजबुल्लाह के महासचिव हसन नसरल्लाह और उनकी बेटी ज़ैनब की शुक्रवार को उस समय हत्या कर दी गई जब इजरायली सेना ने बेरूत के घनी आबादी वाले दहियाह उपनगर में सिलसिलेवार हमले किए.
नसरल्लाह को निशाना बनाकर किए गए इस हमले में छह और लोग मारे गए. शनिवार देर रात तक जारी रहे हमलों में अली कराकी, मुहम्मद अली इस्माइल और हुसैन अहमद इस्माइल जैसे हिजबुल्लाह के अन्य कार्यकर्ता भी मारे गए.
इस बीच, शनिवार को जम्मू-कश्मीर के बडगाम और श्रीनगर में इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) द्वारा हसन नसरल्लाह की हत्या के खिलाफ विरोध मार्च निकाला गया. बड़ी संख्या में लोग हसन नसरल्लाह की तस्वीरें लेकर सड़कों पर उतरे.