Haryana News: भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए 8 नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया. पार्टी ने यह कार्रवाई इसलिए की क्योंकि इन नेताओं ने आने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव में पार्टी के उम्मीदवारों के खिलाफ निर्दलीय रूप से लड़ने का फैसला किया था. पार्टी से निकाले गए नेताओं में पूर्व मंत्री रणजीत चौटाला और पूर्व विधायक देवेंद्र कादयान का नाम भी शामिल है.
निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लड़ रहे थे चुनाव
बीजेपी ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि ये नेता निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर विधानसभा चुनाव लड़ रहे थे, इसलिए पार्टी के इन कार्यकर्ताओं को तुरंत प्रभाव से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है.
इन नेताओं को किया निष्कासित
पार्टी से निष्कासित किए गए इन नेताओं में संदीप गर्ग, जिलेराम शर्मा, देवेंद्र कादयान, बच्चन सिंह आर्य, रणजीत चौटाला, राघा अहलावत, नवीन गोयल और केहरसिंह रावत शामिल हैं.
Haryana BJP expels 8 leaders from the party for 6 years for contesting the upcoming Haryana assembly elections as independent candidates against the party candidates.
— ANI (@ANI) September 29, 2024
The list includes the names of former minister Ranjit Chautala and former MLA Devendra Kadyan. pic.twitter.com/Aq7YeUTDzT
कुछ दिन पहले हरियाणा कांग्रेस ने 21 नेताओं को पार्टी से निकाला था. बता दें कि पार्टी द्वारा टिकट दिए जाने से मना करने पर कुछ नेता निर्दलीय रूप से चुनावी दंगल में कूद गए थे. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही कुछ विद्रोहियों को मनाने में कामयाब रहे थे और उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया था, हालांकि कुछ नेताओं ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना प्रचार अभियान जारी रखा. अन्य प्रमुख बागी जो बीजेपी के लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं उनमें पृथला से दीपक डागर, सफीदों से जसबीर देसवाल और सोहना से कल्याण चौहान शामिल हैं.
रविवार को हरियाणा में बीजेपी नेता जेपी नड्डा और अमित शाह की रैली के कुछ घंटों बाद ही इन नेताओं को पार्टी से निष्कासित करने का ऐलान हुआ. गृह मंत्री ने हाल ही में रैलियों के दौरान निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने वाले विद्रोहियों के मुद्दे को संबोधित किया था और मतदाताओं से कमल का बटन दबाने का आह्वान किया था.
5 अक्टूबर को होना है मतदान
गौरतलब है कि हरियाणा में 5 अक्टूबर को मतदान होना है और 8 अक्टूबर को चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे. बता दें कि 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी 40 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी जबकि कांग्रेस ने 30 सीटों पर जीत दर्ज की थी.
कांग्रेस पार्टी को भी इसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि पार्टी के 9 नेताओं ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है.
स्टेट चीफ ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
राज्य प्रमुख उदय भान ने रविवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को पत्र लिखकर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए समूह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. पत्र में शारदा राठौड़, रोहिता रेवड़ी, सतबीर भाणा, राजकुमार वाल्मिकी, कपूर नरवाल, वीरेंद्र गोगड़िया, हर्ष कुमार, ललित नागर और सतबीर रतेरा को निष्कासित करने की सिफारिश की गई है.