BJP and Congress filed FIR against each other: संसद परिसर के बाहर हुए एक कथित शारीरिक झगड़े को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी नोक-झोंक सामने आई है. दोनों दलों ने एक-दूसरे पर हमले और आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिससे यह विवाद और भी गहरा गया है.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को दिल्ली पुलिस में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने आरोप लगाया कि गांधी ने भाजपा के 69 वर्षीय सांसद प्रताप चंद्र सरंगी को प्रदर्शन के दौरान धक्का दिया और इस घटना में सरंगी और सांसद मुकेश राजपूत घायल हो गए. ठाकुर ने आरोप लगाया कि दोनों सांसदों को सिर में गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया.
अनुराग ठाकुर ने कहा, "हमने शिकायत में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 109 (हत्या का प्रयास), 115 (स्वेच्छा से गंभीर चोट पहुँचाना), 117, 125, 131, और 351 के तहत कार्रवाई की मांग की है." भाजपा का आरोप है कि गांधी ने जानबूझकर इन सांसदों को चोट पहुंचाई और शांतिपूर्ण प्रदर्शन को बाधित करने के उद्देश्य से हिंसा को उकसाया.
वहीं, कांग्रेस ने भाजपा के आरोपों का खंडन करते हुए संसद मार्ग पुलिस स्टेशन में काउंटर-शिकायत दर्ज कराई है. कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने इस घटना को एक साजिश बताते हुए कहा, "जिस तरह से एक दलित नेता के खिलाफ गालियां दी गईं और आज उन्हें धक्का दिया गया, यह सब एक साजिश का हिस्सा है."
कांग्रेस नेताओं ने भाजपा पर संसद की गरिमा को गिराने का आरोप लगाया. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक पत्र भेजकर आरोप लगाया कि भाजपा सांसदों ने उन्हें धक्का देकर संतुलन खोने और घुटनों में चोट आने का कारण बने. उन्होंने कहा, "नरेंद्र मोदी जी द्वारा बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर का अपमान करने के बाद अब संसद की गरिमा को भी चोट पहुंचाई जा रही है."
मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि भाजपा सांसदों को शांतिपूर्ण विरोध को रोकने के लिए प्लेकार्डों से लैस किया गया था, और इस दौरान उन्होंने जानबूझकर हिंसा का सहारा लिया. उनका कहना था कि यह सब भाजपा का एक तरीका है, जिसके तहत वे भारतीय संविधान, लोकतंत्र और बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर के खिलाफ अपनी नफरत को छुपाने के लिए हिंसा का सहारा ले रहे हैं.
भाजपा की ओर से आरोप लगाए गए हैं कि कांग्रेस ने जानबूझकर स्थिति को उकसाया, जबकि कांग्रेस का कहना है कि भाजपा ने जानबूझकर विवाद पैदा किया. इस घटनाक्रम के बाद संसद की कार्यवाही में और भी तनाव बढ़ गया है, और दोनों पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है.