रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की 3 अफ्रीकी देशों के रक्षा मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें, भारत-अफ्रीका रक्षा सहयोग को नई दिशा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को तंजानिया, अल्जीरिया और जाम्बिया के शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं. इन बैठकों में आतंकवाद, रक्षा सहयोग, समुद्री सुरक्षा और संयुक्त सैन्य अभ्यास जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को तंजानिया, अल्जीरिया और जाम्बिया के शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं. इन बैठकों में आतंकवाद, रक्षा सहयोग, समुद्री सुरक्षा और संयुक्त सैन्य अभ्यास जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई.
राजनाथ सिंह ने तंजानिया की रक्षा और राष्ट्रीय सेवा मंत्री डॉ. स्टर्गोमेना लॉरेंस टैक्स के साथ बातचीत की. दोनों देशों ने आतंकवाद विरोधी अभियानों, जहाज निर्माण और रक्षा उद्योगों में सहयोग को लेकर विस्तृत चर्चा की. इसके अलावा, अप्रैल 2025 में आयोजित होने वाले पहले अफ्रीका-भारत समुद्री अभ्यास की सह-मेजबानी पर सहमति बनी.
अल्जीरिया के चीफ ऑफ स्टाफ के साथ रणनीतिक वार्ता
भारत और अल्जीरिया के बीच भी रक्षा सहयोग को लेकर अहम बातचीत हुई. इस बैठक में अल्जीरिया के राष्ट्रीय रक्षा मंत्री के प्रतिनिधि एवं पीपुल्स नेशनल आर्मी के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल सईद चानेग्रिहा उपस्थित रहे. दोनों पक्षों ने रक्षा उत्पादन, सैन्य प्रशिक्षण और तकनीकी सहयोग को लेकर रणनीतिक समझौते करने पर सहमति जताई.
जाम्बिया के रक्षा मंत्री से महत्वपूर्ण चर्चा
राजनाथ सिंह ने जाम्बिया के रक्षा मंत्री एम्ब्रोस लविजी लुफुमा से भी मुलाकात की. इस बातचीत में संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में सहयोग बढ़ाने और क्षमता निर्माण के विषयों पर फोकस किया गया. दोनों देशों ने रक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रमों को विस्तार देने पर भी चर्चा की.
एयरो इंडिया 2025: भारत की रक्षा शक्ति का प्रदर्शन
बेंगलुरु में 10 से 14 फरवरी 2025 तक आयोजित एयरो इंडिया 2025 रक्षा प्रदर्शनी के अवसर पर इन अहम बैठकों का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम के माध्यम से भारत ने वैश्विक रक्षा साझेदारी को मजबूत करने और नई रक्षा प्रौद्योगिकियों के आदान-प्रदान पर जोर दिया है. इन द्विपक्षीय बैठकों के जरिए भारत ने अफ्रीकी देशों के साथ अपने रक्षा संबंधों को और मजबूत किया है. आतंकवाद से निपटने, समुद्री सुरक्षा, संयुक्त सैन्य अभ्यास और रक्षा उत्पादन जैसे क्षेत्रों में सहयोग से भारत-अफ्रीका रणनीतिक साझेदारी को एक नई गति मिलेगी.