उत्तर प्रदेश की बिजनौर लोकसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी (BSP) के सांसद मलूक नागर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. इस बार मायावती की BSP ने उनका टिकट काटकर बिजेंद्र सिंह को टिकट दिया था. अब वह जयंत चौधरी की पार्टी राष्ट्रीय लोकदल में शामिल हो गए हैं. अब मलूक नागर ने कहा है कि वह 18 साल से बीएसपी में थे और पहली बार हो रहा है कि वह कोई चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. मलूक नागर ने कहा है कि वह घर नहीं बैठ सकते हैं.
BSP से इस्तीफा देने के बाद मलूक नागर ने कहा, 'मैं इस्तीफा दे दिया है क्योंकि मैं घर नहीं बैठ सकता हूं. मैं इस पार्टी में 18 साल से हूं. मैं लोगों और देश के लिए काम करना चाहता हूं. यह बीएसपी का इतिहास रहा है कि एक टर्म के बाद या तो आपको पार्टी से बाहर फेंक दिया जाता है या फिर लोग ही इसे छोड़ देते हैं.'
#WATCH | On his resignation from the Bahujan Samaj Party (BSP), Lok Sabha MP Malook Nagar says, "I have resigned from the party as I can't sit at home. I have been for 18 years in this party. I want to work for the people and country. This has been a history in BSP that after one… pic.twitter.com/2napkC3wqE
— ANI (@ANI) April 11, 2024
'39 साल में पहली बार हुआ ऐसा'
मलूक नागर ने कहा, '39 साल से मेरे घर में, मेरे बड़े भाई कई बार विधायक रहे, चेयरमैन रहे, उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रहे, मेरी वाइफ चेयरमैन रहीं, मैं विधायक रहा और अब एमपी हूं. पहली बार ऐसा हो रहा है कि हम कोई चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. इतने सालों में कितने लोग चले गए या निकाल दिया गया, हमारा रिकॉर्ड है कि हम 18 साल बीएसपी में रहे. हमने कई बार कड़वे घूंट पिए लेकिन चुप रहे लेकिन हम देश के लिए काम करना चाहते हैं इसलिए हमें पार्टी छोड़नी पड़ रही है.'
मलूक नागर बिजनौर के स्थानीय नेता हैं. लंबे समय से बसपा में रहे मलूक नागर 2014 में भी लोकसभा का चुनाव लड़े थे लेकिन बड़े अंतर से चुनाव हार गए थे. 2009 में मलूक नागर मेरठ सीट से भी लोकसभा चुनाव लड़े थे लेकिन उन्हें बीजेपी के राजेंद्र अग्रवाल ने हरा दिया था. 2019 में सपा-बसपा के गठबंधन का फायदा मिला और वह चुनाव जीत गए. इस बार यह सीट आरएलडी के खाते में गई और बीजेपी ने उसका समर्थन किया है. वहीं, बसपा ने अपने ही मौजूदा सांसद मलूक नागर का टिकट काटकर दिया.