'सब कुछ ठीक नहीं था...', बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद क्या-क्या बोले नीतीश कुमार?
राजभवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है और मैंने राज्यपाल से राज्य में सरकार को भंग करने के लिए भी कहा है. उन्होंने कहा कि ये स्थिति इसलिए आई क्योंकि सब कुछ ठीक नहीं था...मैं सभी से विचार प्राप्त कर रहा था.
Bihar Politics: जनता दल यूनाइडेट के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने आज बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. नीतीश कुमार ने पहले अपनी पार्टी के विधायकों के साथ बैठक की. इसके बाद उन्होंने राजभवन जाकर राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इस्तीफा देने के बाद बिहार के निवर्तमान सीएम और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बात करते हुए इसकी पुष्टि की.
राजभवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है और मैंने राज्यपाल से राज्य में सरकार को भंग करने के लिए भी कहा है. उन्होंने कहा कि ये स्थिति इसलिए आई क्योंकि सब कुछ ठीक नहीं था...मैं सभी से विचार प्राप्त कर रहा था. मैंने उन सभी की बात सुनी. आज, सरकार भंग कर दी गई है.
खड़गे ने नीतीश कुमार को बताया 'आया राम-गया राम'
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आज सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उन्हें पता था कि ये होगा. उन्होंने कहा कि देश में ऐसे कई लोग हैं, जो आया राम-गया राम' हैं. उन्होंने कहा कि पहले नीतीश कुमार और हम मिलकर लड़ रहे थे. जब मैंने लालू यादव और तेजस्वी से बात की तो उन्होंने भी कहा कि नीतीश जा रहे हैं. इसकी जानकारी हमें लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव ने पहले ही दे दी थी. आज वह सच हो गया. खड़गे ने कहा, देश में 'आया राम-गया राम' जैसे कई लोग हैं.
लालू यादव की बेटी के ट्वीट से हुई शुरुआत
बिहार की राजनीति में आए इस बवाल की वजह लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य का एक ट्वीट है. उन्होंने अपने एक्स अकाउंट से तीन पोस्ट किए थे. इसके बाद बिहार की सियासत में हंगामा मचा हुआ है. मामले ने इतना अधिक तूल पकड़ लिया कि सीएम नीतीश ने रोहिणी के पोस्ट की जानकारी मंगवा ली. इसके बाद रोहिणी ने चुपचाप बिना सफाई दिए ही अपने ट्वीट डिलीट कर दिए. बिहार की राजनीति में महागठबंधन के दो मुख्य सहयोगियों के बीच दरार ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है.
दरअसल, रोहिणी आचार्य के ट्वीट से पहले नीतीश कुमार ने जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने के एलान का स्वागत किया था और केंद्र सरकार और पीएम मोदी को धन्यवाद दिया था. उन्होंने कहा 'जदयू की पुरानी मांग पूरी करने के लिए पीएम मोदी को हृदय से आभार.' इसके अगले दिन, कर्पूरी जन्मशती के मौके आयोजित कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने परिवारवाद पर हमला बोला था, उन्होंने कहा था 'कर्पूरी ठाकुर भी राजनीति में परिवारवाद के खिलाफ थे'. नीतीश के इस बयान को परोक्ष रुप से लालू पर हमले के रूप में देखा जा रहा है, वहीं इस कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने पीएम मोदी पर कोई हमला नहीं किया.