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Bihar Politics: बिहार में हर पल बदल रहा सियासी घटनाक्रम, जानें नीतीश के लिए क्या है BJP की शर्त 

Bihar Politics: लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में सियासी संग्राम मचा है. बीजपी ने अपना रुख साफ कर दिया. माना जा रहा है कि नीतीश कुमार जल्द ही बड़ा फैसला ले सकते हैं. 

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Edited By: Amit Mishra
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हाइलाइट्स

  • लोकसभा चुनाव 2024
  • बिहारी में सियासी बवाल!

Bihar Politics: बिहार के सियासी घटनाक्रम पल-पल बदलता हुआ नजर आ रहा है. अटकलें इस बात की हैं कि नीतीश कुमार आरजेडी से अलग हो सकते हैं. इस बीच आरजेडी प्रमुख लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) ने सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे पोस्ट शेयर किए जिन्हें नीतीश कुमार पर सियासी हमले के तौर पर लिया जा रहा है. बिहार में एक तरफ जहां रोहिणी आचार्य के इस कदम को जेडीयू गंभीरता से ले रही है तो वहीं बीजेपी सूत्रों की तरफ से भी बड़ा दावा किया गया है. बीजेपी सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) उन्हें तभी मंजूर होंगे जब वो मुख्यमंत्री का पद छोड़ते हैं.

क्या है बीजेपी का रुख 

सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी का रुख साफ है और पार्टी नीतीश को फिर सीएम के तौर पर स्वीकार नहीं कर सकती है. समझौता तभी संभव है जब नीतीश इस्तीफा दें और बीजेपी को सीएम पद मिले. अगर नीतीश सीएम पद सौंपने पर सहमत नहीं हुए तो विधानसभा भंग करना ही विकल्प होगा. अगर ऐसा होता है तो फिर बिहार में लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा के चुनाव भी हो सकते हैं.

जल्द फैसले लेंगे नीतीश 

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नीतीश और लालू की पार्टी के बीच संबंध सामान्य नहीं है. कहा जा रहा है कि, नीतीश कुमार जल्द ही आरजेडी का दामन छोड़ एनडीए गठबंधन में शामिल हो सकते हैं. इस पूरे सियासी घटनाक्रम में रोहिणी के रिएक्शन (ट्वीट) के बाद हालात बिगड़ गए हैं. अगर नीतीश ने सीएम पद नहीं छोड़ा तो वो विधानसभा भंग करने की सिफारिश भी कर सकते हैं.

रोहिणी के पोस्ट से मचा बवाल

दरअसल, देखने वाली बात ये भी है कि इन दिनों बिहार का सियासी पारा हाई है. बुधवार को सीएम नीतीश कुमार ने कर्पूरी ठाकुर के जनशती समारोह में लालू प्रसाद यादव का नाम लिए बगैर परिवारवाद पर निशाना साधा था. अब लालू यादव की बेटी रोहिणी ने भी बिना नाम लिए नीतीश कु्मार पर निशाना साधा. 

रोहिणी का रिएक्शन 

नीतीश के पाला बदलने की अटकलों के बीच रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा 'समाजवादी पुरोधा होने का करता वही दावा है हवाओं की तरह बदलती जिनकी विचारधारा है.' रोहिणी ने आगे लिखा, 'खीज जताए क्या होगा जब हुआ न कोई अपना योग्य विधि का विधान कौन टाले जब खुद की नीयत में ही हो खोट' एक और पोस्ट में रोहिणी लिखती हैं 'अक्सर कुछ लोग नहीं देख पाते हैं अपनी कमियां लेकिन किसी दूसरे पे कीचड़ उछालने को करते रहते हैं बदतमीजियां.'

'नीतीश साथ आते हैं तो बढ़िया होगा'

वहीं, इस पूरी सियासत के बीच हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के मुखिया जीतनराम मांझी ने कहा, 'नीतीश कुमार भी जानते हैं की पीएम मोदी के साथ ही बिहार का विकास हो सकता है. अगर वो साथ आते हैं तो बढ़िया होगा. नीतीश कुमार पर लालू यादव ने तेजस्वी को सीएम बनाने के लिए दबाव बनाया है नीतीश इस शर्त को नहीं मानेंगे.'