Bihar Politics know about Samrat Chaudhary and Vijay Sinha: नीतीश कुमार ने करीब 18 महीने के बाद एक बार फिर महागठबंधन फोल्डर से बाहर आ गए और राज्य के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. नीतीश कुमार ने राज्यपाल को आज अपना इस्तीफा दे दिया और थोड़ी देर में सरकार बनाने के लिए भाजपा विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपेंगे. कहा जा रहा है कि आज शाम 5 बजे ही नीतीश कुमार 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. जानकारी के मुताबिक, नीतीश कुमार से भाजपा के दो डिप्टी सीएम राज्य में सरकार चलाएंगे. इसके लिए सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा का नाम फाइनल कर लिया गया है.
सम्राट चौधरी फिलहाल बिहार भाजपा के चीफ हैं, जबकि विजय सिन्हा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष थे. सम्राट चौधरी के डिप्टी सीएम बनने के बाद राज्य को जल्द ही नया भाजपा चीफ मिल जाएगा.
सम्राट चौधरी पिछले साल मार्च में बिहार भाजपा के अध्यक्ष बनाए गए थे. 53 साल के सम्राट चौधरी कोइरी जाति से आते हैं. वे राजनीतिक रूप से काफी आक्रमक नेता माने जाते हैं. एक वक्त ऐसा था, जब भाजपा उन्हें नीतीश कुमार के खिलाफ सीएम के रूप में प्रोजेक्ट करने की सोच रही थी.
बिहार में ओबीसी में आने वाले जातियों में कोइरी जाति की संख्या करीब 7 फीसदी है. सम्राट चौधरी, शकुनी चौधरी के बेटे हैं, जो समता पार्टी के संस्थापकों में से एक रहे हैं. वे विधायक और सांसद भी रहे हैं.
शकुनी चौधरी के बेटे सम्राट चौधरी ने 1990 में राजनीति में एंट्री की थी. 1999 में जब राबड़ी देवी मुख्यमंत्री थीं, तब सम्राट चौधरी उनकी सरकार में कृषि मंत्री थे.
सम्राट चौधरी 2000 और 2010 में परबत्ता विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे. चार साल बाद यानी 2014 में वे नगर विकास विभाग के मंत्री बनाए गए. साल 2018 में वो राजद छोड़कर सम्राट चौधरी भाजपा में शामिल हुए थे और पिछली सरकार में वे पंचायती राज मंत्री थे.
54 साल के विजय कुमार सिन्हा भूमिहार समाज से आते हैं. वे बिहार विधानसभा भवन के स्पीकर और हाल ही में वे विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष थे. इससे पहले राज्य सरकार में श्रम संसाधन मंत्री रह चुके हैं. विजय सिन्हा लखीसराय से तीसरी बार लगातार विधायक चुने गये हैं.
विजय सिन्हा 1987 में बेगूसराय के बरौनी पॉलिटेक्निक से पढ़ाई की है. वे बनना तो इंजीनियर चाहते थे, लेकिन राजनीति में उन्होंने एंट्री कर ली. कहा जाता है कि स्कूल के दिनों से ही विजय सिन्हा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहे हैं. इसके बाद कॉलेज के दिनों में यानी 1983 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की छात्र राजनीति में एक्टिव हो गए. 1985 में राजकीय पॉलिटेक्निक मुजफ्फरपुर में छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए.
1990 में भाजपा ने उन्हें राजेन्द्र नगर मंडल पटना महानगर का उपाध्यक्ष बनाया. साल 2000 में विजय सिन्हा को प्रदेश संगठन प्रभारी बनाया गया. 2002 में विजय कुमार सिन्हा भाजयुमो (भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा) बिहार के प्रदेश सचिव बनाए गए.
बिहार में सरकार बदलने के बाद एनडीए
पार्टी | सीट |
जदयू | 45 |
भाजपा | 78 |
हम | 04 |
कुल | 127 |
बिहार में सरकार बदलने के बाद महाठबंधन
पार्टी | सीटें |
राजद | 79 |
कांग्रेस | 19 |
लेफ्ट | 16 |
कुल | 114 |