Political Turmoil in Bihar: जेडीयू-आरजेडी के बढ़ी तनातनी, भंग हो सकती है बिहार विधानसभा

Bihar Political Crisis: जेडीयू और आरजेडी के बीच जारी तनातनी के बीच खबरें आ रही हैं कि नीतीश कुमार जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. सूत्रों के अनुसार, उन्होंने बिहार विधानसभा को भंग करने तक का मन बना लिया है.

Pankaj Mishra

Bihar Political Crisis: भले ही सर्दी अपने परवान पर हो, लेकिन बिहार का सियासी पारा इस भीषण सर्दी में भी गर्मी का एहसास करा रहा है.जेडीयू और आरजेडी के बीच जारी तनातनी के बीच सूत्रों के हवाले से आ रही है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किसी भी वक्त बिहार विधानसभा को भंग कर सकते हैं. इसके लिए वह कानूनी सलाह भी ले रहे हैं.

मन बना चुके हैं नीतीश कुमार!

खबरों के मुताबिक तमाम सियासी जोड़-घटाव के बाद नीतीश कुमार एकबार फिर से एनडीए में शामिल होने का पक्का मन बना चुके हैं. बीजेपी के साथ उनकी शर्तें तय हो चुकी हैं और अब सिर्फ शुभ मुहूर्त का इंतजार है. 

कैबिनेट बैठक में भी दिखी दूरी

इससे पहले गुरुवार को बिहार कैबिनेट की बैठक महज 15 मिनट तक ही चली थी. बताया जा रहा है कि कैबिनेट में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच कोई बात नहीं हुई और बैठक के दौरान तेजस्वी यादव चुपचाप बैठे रहे.

राहुल की यात्रा में नहीं शामिल होंगे नीतीश

खबरों के मुताबिक नीतीश कुमार, राहुल गांधी की 'न्याय यात्रा' में भी शामिल नहीं होंगे. न्याय यात्रा 30 जनवरी बिहार के पूर्णिया से गुजरेगी, पहले ये खबर भी आई थी कि नीतीश इसमें शामिल होने वाले थे.

लालू की बेटी रोहिणी का पलटवार

इस बीच लालू यादव की एनआरआई बेटी रोहिणी आचार्या ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर बिना नाम लिए नीतीश कुमार पर जमकर हमला किया. एक ट्वीट में उन्होंने लिखा 'कुछ लोग अपनी गलती देख नहीं पाते और  सिर्फ दूसरों पर कीचड़ उछालते हैं.'

नीतीश ने जताया पीएम मोदी का आभार

इधर नीतीश कुमार ने जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने के एलान का स्वागत किया और केंद्र सरकार और पीएम मोदी को धन्यवाद दिया था. उन्होंने कहा 'जदयू की पुरानी मांग पूरी करने के लिए पीएम मोदी को हृदय से आभार.'

परिवारवाद पर किया हमला

इसके अगले दिन कर्पूरी जन्मशती के मौके आयोजित कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने परिवारवाद पर हमला बोला था, उन्होंने कहा था 'कर्पूरी ठाकुर भी राजनीति में परिवारवाद के खिलाफ थे'. नीतीश के इस बयान को परोक्ष रुप से लालू पर हमले के रूप में देखा जा रहा है, वहीं इस कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने पीएम मोदी पर कोई हमला नहीं किया.