NDA में नीतीश की वापसी से खुश नहीं हैं साथी दल? जानें समझौते के लिए चिराग, मांझी, उपेंद्र कुशवाहा ने क्या रखी है मांग

Bihar Political Crisis: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार NDA में वापसी कर चुके हैं. हालांकि, नीतीश की वापसी के बाद बीजेपी के सहयोगी दलों ने अपनी-अपनी मांगें रखी है. आइए जानते हैं बीजेपी के सहयोगी दलों की क्या मांग है?

Purushottam Kumar

Bihar Political Crisis: नीतीश कुमार एक बार फिर NDA में वापसी कर चुके हैं. नीतीश कुमार की वापसी के बाद बीजेपी अब अपने सहयोगी दलों को साधने की कोशिश में जुट गई है. शनिवार को राजधानी दिल्ली में अमित शाह, जेपी नड्डा और चिराग पासवान के बीच एक मुलाकात हुई. इस दौरान चिराग पासवान ने नीतीश कुमार को लेकर अपनी राय रखी.

सूत्रों के हवाले से खबर है कि चिराग पासवान 'बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट' को NDA सरकार के एजेंडे में शामिल कराना चाहते हैं. चिराग का कहना है कि उनका नीतीश कुमार से कोई निजी झगड़ा नहीं है बशर्ते उनकी नीतियों से समझौता नहीं हो. चिराग पासवानी की चाहत यह भी है कि JDU के आने के बाद भी उनके कोटे की सीटों की संख्या कम न हो.

चिराग की पार्टी का क्या है स्टैंड

LJP (रामविलास) के सूत्रों की मानें तो चिराग पासवान का मानना है कि BJP को जिसे अपने साथ लाना है लाए लेकिन LJP (रामविलास) की सीटों से कोई समझौता नहीं की जाए. सूत्रों की मानें तो चिराग पासवान का सआफ संदेश है कि नीतीश कुमार NDA में आ रहे हैं तो BJP कॉम्प्रोमाइज करे. खबरों की मानें तो अगर सीटों पर बात नहीं बनी तो चिराग की पार्टी पिछली बार की तरह इस बार भी BJP के साथ और JDU के खिलाफ मैदान में उतरेगी. सूत्रों के अनुसार चिराग पासवान ने भविष्य में RJD के साथ जाने की संभावना को नकारते हुए कहा कि वह पीएम मोदी का साथ नहीं छोड़ेंगे. 

जीतन राम मांझी की पार्टी का क्या है स्टैंड

हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा की अगर हम बात करें तो मांझी का कहना है कि वह पीएम मोदी के साथ रहेंगे, लेकिन उनकी पार्टी बिहार की नई सरकार में दो मंत्री पद की मांग कर दी. हम पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुन्दर शरण ने कहा है कि हमारी पार्टी गरीबों की बात करती है. ऐसे में हमें कम से कम 2 मंत्री पद जरूर मिलना चाहिए. यह हमारी शर्त नहीं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों की मांग है. वहीं, सूत्रों के हवाले से खबर है कि जीतन राम मांझी लोकसभा चुनाव में 6 सीटों पर दावा कर सकते हैं.

उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी का क्या है स्टैंड

RLJP सूत्रों के मुताबिक उपेंद्र कुशवाहा की अगर हम बात करें तो उपेंद्र कुशवाहा नई सरकार में अपने लिए मंत्री पद और लोकसभा चुनाव में कम से कम 3 सीट की मांग कर सकते हैं. कुशवाहा की इस मांग पर पेंच फंस सकता है, लेकिन माना जा रहा है कि कुशवाहा को मनाना BJP के लिए बहुत मुश्किल नहीं होगा.