Bihar Political Crisis: बिहार में जारी सियासी उठापटक के कयासों के बीच राजद नेता और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने लालू प्रसाद यादव के घर पर एक अपात बैठक बुलाई. इस बैठक में राष्ट्रीय जनता दल के नेता शामिल हुए. सूत्रों के हवाले से खबर है कि इस बैठक में तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सम्माननीय हैं, लेकिन कई चीजें हैं जो उनके नियंत्रण में नहीं हैं.
तेजस्वी ने आगे कहा कि 'महागठबंधन' में शामिल राजद के सहयोगियों ने हमेशा मुख्यमंत्री का सम्मान किया है. सूत्रों के खबर यह भी है कि इस बैठक के दौरान तेजस्वी यादव ने राज्य में कई अप्रत्याशित डेवलप्मेंट के भी संकेत भी दिए हैं.
सूत्रों के हवाले से सामने आ रही जानकारी के अनुसार बैठक के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीस कुमार मेरे साथ मंच पर बैठते थे और पूछते थे 2005 से पहले बिहार में क्या था. मैंने कभी प्रतिक्रिया नहीं दी... अब, अधिक लोग हमारे साथ हैं। दो दशकों में जो कुछ भी अधूरा रह गया था, हम उसे हासिल करने में कामयाब रहे यह बहुत कम समय में किया गया- चाहे वह नौकरियां हों, जाति जनगणना हो, आरक्षण बढ़ाना आदि हो. तेजस्वी ने आगे कहा कि बिहार में अभी खेल होना बाकी है.
बिहार विधानसभा कुल 243 सदस्य वाला सदन है. बिहार में सरकार बनाने के लिए 122 विधायकों की जरूरत होती है. बिहार में आरजेडी 79 सदस्यों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है. इसके अलावा बीजेपी की 78 सीटें, जेडीयू की 45 सीटें, कांग्रेस की 19 सीटें, सीपीआई (एमएल) की 12 सीटें, सीपीआई (एम) और सीपीआई की दो-दो सीटें, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) की चार सीटें, और AIMIM का एक, साथ ही एक निर्दलीय विधायक है. यानी, आकड़ों के अनुसार आरजेडी और बीजेपी दोनों अकेले दम पर सरकार नहीं बना सकती. इसलिए इन दोनों को नीतीश कुमार की जरूरत है.