Nitish Kumar Return to NDA Alliance: क्या विपक्षी गठबंधन में सबकुछ ठीक चल रहा है. ये सवाल इसलिए सामने आ रहा है क्योंकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने हरियाणा के कैथल में होने वाले इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के कार्यक्रम से दूरी बना ली है. विपक्षी गठबंधन में खटपट की चर्चा भी आए दिन सुर्खियों में रहती है. जेडीयू के कई नेता बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पीएम उम्मीदवार तक बता चुके हैं.
नीतीश के एनडीए में शामिल होने की चर्चा भी जोरों पर है. कई बार इस तरह की बातें भी सामने आ चुकी हैं कि नीतीश कुमार जल्द एनडीए में शामिल हो सकते हैं. इस बीच नीतीश कुमार सोमवार को बीजेपी नेताओं की ओर से आयोजित पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती समारोह में शामिल होने पहुंचे. अब उनके इस कदम के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं.
इस बीच पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती समारोह में शामिल होने पहुंचे नीतीश कुमार से सवाल किया गया तो उन्होंने अपने ही अंदाज में जवाब दिया. नीतीश कुमार ने कहा, ''क्या चर्चा होती है इसमें मेरी दिलचस्पी नहीं है. मैं तो विपक्ष को एकजुट करने में व्यस्त हूं."
#WATCH | Patna: Replying to a question related to speculations about his return to the NDA alliance, Bihar CM Nitish Kumar says, "...You all know, I have been working to unite the opposition. I have nothing to do with what others say..." pic.twitter.com/juv6wEc2Yk
— ANI (@ANI) September 25, 2023
नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए ये भी कहा कि आप सभी जानते हैं कि मैंने विपक्ष को एकजुट करने के लिए कितना काम किया है और कर रहा हूं. एनडीए में शामिल होने को लेकर कहा कि छोड़िए ना भाई, इसको लेकर क्या चर्चा करना है. मैं सिर्फ काम कर रहा हूं.''
इस बीच बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने कहा, ''वे (नीतीश कुमार) नाक भी रगड़ ले फिर भी भाजपा का दरवाजा उनके लिए बंद हो चुका है...वे अब एक राजनीतिक बोझ हो चुके हैं और जो बोझ बन चुका है उसको ढ़ोने का काम भाजपा क्यों करेगी."
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