उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद राज्य के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के लिए तैयार हैं. उनकी नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) पार्टी ने अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद क्षेत्र के पहले विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की है.
अब खबर आ रही है कि अब्दुल्ला कैबिनेट में कोई भी कांग्रेस विधायक आज शपथ नहीं लेंगे और पार्टी बाहर से समर्थन करने पर विचार कर रही है. जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस प्रभारी भरत सिंह सोलंकी के मुताबिक फिलहाल नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के बीच बातचीत चल रही है. चर्चा पूरी होने के बाद ही कोई भी फैसला लिया जाएगा. बात पूरी न हो पाने के कारण आज कोई भी कांग्रेस विधायक शपथ नहीं लेगा. इस बात को लेकर भी चर्चा चल रही है कि कांग्रेस सरकार का हिस्सा रहेगी या फिर उसे बाहर से समर्थन करेगी.
कांग्रेस के जम्मू-कश्मीर प्रभारी भरत सिंह सोलंकी ने दोहराया कि उनकी पार्टी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार उमर अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के साथ 'गठबंधन का एक हिस्सा है'. हालांकि आज कोई भी कांग्रेस विधायक शपथ नहीं लेगा क्योंकि इस बात पर अभी भी बातचीत चल रही है कि हम उमर अब्दुल्ला सरकार का हिस्सा होंगे या बाहर से समर्थन देंगे. इस पर बाद में निर्णय लिया जाएगा.