Bengaluru techie Atul Subhash suicide: बेंगलुरु के ऑटोमोबाइल कार्यकारी अतुल सुभाष की आत्महत्या ने उनके परिवार में भारी उथल-पुथल मचा दी है. अतुल के परिवार ने उनकी पत्नी निकिता सिंहानिया और उसके परिवार पर आरोप लगाया है कि वह आत्महत्या के लिए जिम्मेदार हैं. अतुल ने अपनी आत्महत्या से दो दिन पहले एक सुसाइड नोट और एक वीडियो छोड़ा था, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया. इस विवाद का केंद्र तलाक और बच्चे की कस्टडी को लेकर चल रहा कानूनी विवाद है.
निकिता ने अपनी शिकायत में कहा था कि शादी के बाद अतुल के परिवार ने 10 लाख रुपये की दहेज मांग की थी. उसने यह भी आरोप लगाया कि अतुल के परिवार ने एक और बार 10 लाख रुपये की मांग की थी, जिसके बाद उनके पिता की मृत्यु हो गई थी. हालांकि, अतुल ने अपने सुसाइड नोट में इन आरोपों को खारिज किया और कहा कि निकिता के पिता की मृत्यु का कारण दहेज नहीं, बल्कि वह लंबे समय से बीमार थे.
निकता सिंघानिया ने ये आरोप अतुल सुभाष के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत में लगाए.24 अप्रैल 2022 को अतुल के खिलाफ दहेज प्रथा के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया था. FIR में आरोप लगाया गया कि 26 अप्रैल 2019 को वाराणसी में अतुल के परिवार वालों ने उसके परिवार से 10 लाख रुपये की डिमांड की थी. निकिता ने एफआईआर में आगे आरोप लगाया कि 16 अगस्त 2019 को अतुल के परिवार वालों ने फिर से 10 लाख रुपये की डिमांड की जिसके चलते अगले दिन उनके पिता की मौत हो गई.
निकिता ने आरोप लगाया कि 17 मई 2021 को अतुल ने उसे और उसकी मां को मारा भी था. हालांकि, अपने सुसाइड नोट में अतुल ने इन आरोपों को खारिज किया है.
वहीं, अतुल के वीडियो और सुसाइड नोट में लगाए गए आरोपों को निकिता सिंहानिया और उसके परिवार ने खंडन किया है. उनके मामा, सुशील सिंहानिया ने कहा कि ना तो वे और ना ही उनका परिवार आत्महत्या के समय घटना स्थल पर मौजूद था. उन्होंने बताया कि निकिता इस मामले में जल्द ही अपनी बात रखेगी और न्यायपालिका पर विश्वास जताया.
अतुल के भाई बिकास कुमार ने निकिता और उसके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. बिकास ने कहा कि निकिता और उसके परिवार ने 3 करोड़ रुपये की मांग की थी ताकि वह पुलिस केस वापस ले सके और 30 लाख रुपये की मांग की थी ताकि अतुल को अपने चार साल के बेटे से मिलने का अधिकार मिल सके. अतुल के सुसाइड नोट में इन आरोपों का जिक्र किया गया है और कहा गया है कि उनके परिवार को लगातार मानसिक शोषण का सामना करना पड़ा.