Bengal School girl Misdeed: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के विरोध में पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन जारी है. इस बीच हुगली जिले के हरिपाल में एक छात्रा के यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है. हालांकि, पुलिस के मुताबिक शारीरिक जांच में रेप के सबूत नहीं मिले हैं. इस बीच, डीवाईएफआई और एसएफआई कार्यकर्ताओं ने घटना को हरिपाल पुलिस स्टेशन के सामने विरोध प्रदर्शन किया. वहीं, भाजपा ने भी बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा.
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार रात करीब 10 बजे नाबालिग हरिपाल थाने के पास महादेव कोल्ड स्टोरेज के सामने बेहोश पड़ी थी. उसके कपड़े भी फटे हुए थे. पड़ोस की महिलाओं को खबर मिली तो उन्होंने नाबालिग को कपड़े पहनाए. पहचान व पता जानने का प्रयास किया. सूचना मिलने के बाद पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे. नाबालिग को हरिपाल ग्रामीण अस्पताल भेजा गया.
होश में आने के बाद छात्रा ने बताया कि वो स्कूल के बाद ट्यूशन के लिए सिंगूर सर के घर जाती थी. घर लौटते समय चार बदमाशों ने उसे जबरन सफेद फोर व्हीलर में उठा लिया. उसे किसी को बताने पर उसकी मां को नुकसान पहुंचाने की धमकी भी दी गई. नाबालिग ने बताया कि बदमाश उसे कार में लेकर आए और हरिपाल स्टेशन पर छोड़ गए.
Reference an alleged sexual assault of a minor girl at Haripal yesterday evening.
— West Bengal Police (@WBPolice) September 7, 2024
Investigation till now, including the medico legal opinion, has revealed that there are no suspects at this stage.
Request to respect the privacy of the girl child and her family. Stern legal…
पुलिस ने लड़की के परिवार की शिकायत के आधार पर यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है. हुगली ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक कामनाशीष सेन ने कहा कि बलात्कार का कोई सबूत नहीं मिला है और लड़की के साथ छेड़छाड़ की गई है. उन्होंने कहा कि एक महिला अधिकारी जांच का नेतृत्व कर रही है.
जहां एक ओर निवासियों ने आक्रोश व्यक्त किया और लड़की के लिए शीघ्र न्याय की मांग की, वहीं विपक्ष ने सरकार पर हमला किया, जो आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक युवा डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के बाद पहले से ही आलोचना का सामना कर रही है.
भाजपा के आईटी सेल के प्रभारी और पश्चिम बंगाल के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि लड़की को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ममता बनर्जी की पुलिस ने अस्पताल को घेर लिया है, मीडिया को अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है और स्थानीय टीएमसी नेता ये सुनिश्चित करने के लिए इधर-उधर घूम रहे हैं कि घटना की रिपोर्ट न हो.
अमित मालवीय ने कहा कि पश्चिम बंगाल महिलाओं और लड़कियों के लिए सबसे असुरक्षित जगह है. ममता बनर्जी सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है. उन्हें तुरंत पद छोड़ देना चाहिए. बहुत हो गया. उन्होंने बलात्कार और POCSO मामलों को संभालने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट भी नहीं बनाए हैं.