PM Modi Bengal Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के दौरे पर बारासात में संदेशखाली की 5 महिलाओं से मुलाकात की. इससे पहले पीएम मोदी ने बारासात में जनसभा के दौरान संदेशखाली मामले को लेकर बंगाल सरकार को निशाना पर लिया. उन्होंने कहा कि बंगाल के संदेशखाली कांड में टीएमसी के खिलाफ सबसे बड़ा हथियार भाजपा ही है. इससे पहले भी पीएम मोदी ने पिछले दौरे के दौरान आरामबाग और कृष्णानगर में जनसभा के दौरान संदेशखाली कांड को लेकर ममता सरकार को निशाने पर लिया था.
पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान संदेशखाली की महिलाओं ने अपना दर्द बयां किया. उन्होंने कहा कि संदेशखाली मामले के मास्टरमाइंड शेख शाहजहां के गुर्गे अब भी उन्हें डरा धमका रहे हैं. उसके गुर्गे हमलोगों पर लगातार केस वापस लेने का दबाव बना रहे हैं. ये बातें संदेशखाली की महिलाओं ने पीएम मोदी से उस वक्त बताईं, जब वो उनसे मुलाकात करने पहुंचीं. पीएम मोदी ने भी उनकी बातों को ध्यान से सुना और न्याय का भरोसा भई दिलाया.
पीएम मोदी और संदेशखाली की महिलाओं की मुलाकात के बाद पीड़िताओं ने यौन उत्पीड़न और अपनी जमीन पर जबरन कब्जे का आरोप भी लगाया. इस दौरान बंगाल भाजपा के नेता भी मौजूद रहे. महिलाओं ने पहले भी आरोप लगाया था कि TMC के नेता शेख शाहजहां और उसके गुंडों ने कई आदिवासी महिलाओं का यौन उत्पीड़न किया है. शेख शाहजहां को पुलिस ने 29 फरवरी को गिरफ्तार किया था.
पीएम मोदी के बारासात वाली रैली में संदेशखाली की कुछ ऐसी भी महिलाएं थीं, जिनसे पीएम मोदी की मुलाकात नहीं हो पाई. दरअसल, पीएम मोदी की रैली से पहले संदेशखाली की कई महिलाएं और पुरुष बारासात की रैली में शामिल होने के लिए रवाना हुईं थीं. कुछ महिलाएं रैली में पहुंचीं, लेकिन इनमें से सिर्फ 5 महिलाओं की ही पीएम मोदी से मुलाकात हो पाई. जिन महिलाओं की मुलाकात नहीं हो पाई, वो अपना दर्द पीएम मोदी के सामने बयां नहीं कर पाईं, इसलिए पीएम मोदी के मंच से जाते ही वे रोने लगीं.
आरोप है कि कुछ महिलाएं ऐसी भी थीं, जो बारासात के लिए निकलीं थीं, लेकिन उन्हें पुलिस ने रास्ते में ही रोक लिया. महिलाओं का आरोप है कि ये इसलिए किया गया, ताकि हम पीएम मोदी से न मिल सके. संदेशखाली की महिलाओं ने शिकायत की कि वे बारासात सभा में शामिल होने के लिए बस से आ रही थीं, लेकिन बंगाल पुलिस ने उनकी बस को बारासात के डाकबंगला चौराहे पर रोक लिया.
पीएम मोदी ने बुधवार को बारासात बैठक में बंगाल में महिलाओं की उपलब्धियों का भी जिक्र किया. पीएम ने मां सारदा, रानी रासमणि, प्रीतिलता वादेदार, मातंगिनी हजराड के नामों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की नारी शक्ति ने देश को दिशा दिखाई है. इसके बाद संदेशखाली की घटना का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि तृणमूल सरकार महिला विरोधी है. संदेशखाली में जो हुआ उसने सभी को शर्म से पानी-पानी कर दिया है. बंगाल की महिलाएं आक्रोशित हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो सिर्फ बंगाल ही नहीं, पूरे देश की महिलाओं को सुरक्षा देगी. उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि TMC ने कभी भी माताओं-बहनों की रक्षा नहीं की. उन्होंने ये भी बताया कि भाजपा सरकार ने देश भर में महिलाओं के लिए क्या किया है.
मोदी ने ये भी कहा कि शेख शाहजहां जैसे अपराधियों को बचाने की कोशिश की जा रही है. हालांकि प्रधानमंत्री ने शाहजहां का नाम नहीं लिया. लेकिन उन्होंने कहा कि संदेशखाली के गुनाहगारों को बचाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस मामले में ममता सरकार को पहले हाईकोर्ट, फिर सुप्रीम कोर्ट से झटका लग चुका है.
दरअसल, संदेशखाली मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे. हाईकोर्ट ने शाहजहां को सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया है. राज्य सरकार ने उस आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने उस मामले में जल्द सुनवाई की याचिका खारिज कर दी. इस बार प्रधानमंत्री ने उस मुद्दे को लेकर तृणमूल सरकार पर हमला बोला है.
इससे पहले भी प्रधानमंत्री ने आरामबाग की सभा में संदेशखाली की घटना को लेकर तृणमूल पर हमला बोला था और कहा था, 'बंगाल की हालत आज पूरा देश देख रहा है. मां, माटी, मानुष का राग अलापने वाले लोगों ने तृणमूल संदेशखाली की बहनों ने जो किया है उसे देखकर पूरा देश दुखी है. इसी संदर्भ में उन्होंने कहा कि वहां (संदेशखाली) की महिलाओं ने ममता दीदी से मदद मांगी. भाजपा नेताओं ने माताओं-बहनों के सम्मान के लिए दिन-रात संघर्ष किया. डंडों की मार झेली. अंततः बंगाल की पुलिस आपके सामने झुक गयी और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.