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India Daily

Murshidabad Violence: '400 हिंदुओं को पलायन के लिए मजबूर किया गया...,' मुर्शिदाबाद हिंसा पर बोले BJP नेता सुवेंदु अधिकारी

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहज़ाद पूनावाला ने भी ममता सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा,“हिंदू घर जलाए जा रहे हैं, मंदिरों को तोड़ा जा रहा है और हिंदू पहचान के प्रतीक जैसे भगवा झंडे को हटाया जा रहा है.

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Edited By: Mayank Tiwari
Murshidabad Violence
Courtesy: Social Media

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारीने रविवार (13 अप्रैल) को दावा किया कि मुर्शिदाबाद जिले के धुलियान इलाके में वक्फ कानून को लेकर हुई हिंसा के बाद 400 से अधिक हिंदू परिवारों को अपना घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा. अधिकारी ने इस घटना के लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस की “तुष्टीकरण की राजनीति” को जिम्मेदार ठहराया है.

इस बीच सुवेंदु अधिकारी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट लिखा. जिसमें उन्होंने लिखा, "धार्मिक रूप से प्रेरित कट्टरपंथियों के डर से धुलियान, मुर्शिदाबाद के 400 से अधिक हिंदुओं को नदी पार भागने और पार लालपुर हाई स्कूल, देवनापुर-सोवापुर जीपी, बैष्णबनगर, मालदा में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा. इस दौरान अधिकारी ने साक्षात्कार किए जा रहे लोगों की तस्वीरें और वीडियो भी शेयर किए. जिनमें एक व्यक्ति ने दावा किया कि उसका घर जला दिया गया और पुलिस मदद के बजाय मौके से भाग गई.

केंद्र और राज्य बलों से सुवेंदु अधिकारी ने की अपील

पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने अपील करते हुए कहा, ''मैं ज़िले में तैनात केंद्रीय अर्धसैनिक बलों, राज्य पुलिस और ज़िला प्रशासन से आग्रह करता हूं कि वे विस्थापित हिंदुओं की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करें. साथ ही उन्हें जिहादी आतंक से बचाएं. क्योंकि, बंगाल जल रहा है.सामाजिक ताना-बाना टूट चुका है. अब बहुत हो चुका है.

तीन की मौत, वाहनों को लगाई गई आग

पश्चिम बंगाल पुलिस ने बताया कि मुर्शिदाबाद में शुक्रवार रात वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ भीड़ द्वारा की गई हिंसा के बाद कथित तौर पर तीन लोगों की मौत हो गई. जिसमें कई वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया, और पुलिस के अनुसार, स्थिति अब नियंत्रण में है. 

तुष्टीकरण की राजनीति के लिए टीएमसी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, "बंगाल में धार्मिक उत्पीड़न वास्तविक है. टीएमसी की तुष्टीकरण की राजनीति ने कट्टरपंथी तत्वों को बढ़ावा दिया है. हिंदुओं को शिकार बनाया जा रहा है, हमारे लोग अपनी ही ज़मीन पर जान बचाने के लिए भाग रहे हैं! कानून और व्यवस्था को इस तरह से बिगड़ने देने के लिए राज्य सरकार को शर्म आनी चाहिए.

BSF की तैनाती, कोर्ट की सख्ती

इस बीच आईजी साउथ बंगाल फ्रंटियर करणी सिंह शेखावत ने कहा, "हमें इस स्थिति में उनके साथ काम करना होगा. इसी पर चर्चा हुई. हमने पुलिस की मदद के लिए अपनी पांच कंपनियां भेजी हैं. हम यहां पुलिस की मदद करने आए हैं, स्वतंत्र कार्रवाई के लिए नहीं. हम राज्य पुलिस की मांग के अनुसार काम करेंगे. हमें उम्मीद है कि यहां जल्द ही शांति बहाल हो जाएगी. बता दें कि, कलकत्ता हाई कोर्ट द्वारा क्षेत्र में केंद्रीय बलों की तत्काल तैनाती के आदेश के बाद बीएसएफ की कंपनियां यहां पहुंची थीं.