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गर्मियां शुरू होने से पहले सरकार ने दिया बीयर के शौकीनों को झटका, 15 फीसदी बढ़े दाम

भारत के प्रमुख बीयर उपभोक्ता राज्य तेलंगाना ने सरकार की नई आबकारी नीति के तहत पूरे राज्य में संशोधित मूल्य लागू किया है, जिसका उद्देश्य शराब की बिक्री से राजस्व बढ़ाना है. कीमतों में यह बढ़ोतरी राज्य सरकार द्वारा लगाए गए संशोधित उत्पाद शुल्क का परिणाम है, जिससे तेलंगाना दक्षिण भारत में बीयर की खपत के लिए सबसे महंगे राज्यों में से एक बन गया है.

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Edited By: Gyanendra Sharma
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Courtesy: Social Media

बीयर के शौकिनों के लिए बुरी खबर है. सरकार ने बियर के दाम में 15 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है. ये बीयर लवर्स के लिए अच्छी खबर नहीं है. तेलंगाना में बीयर प्रेमियों को 15 प्रतिशत अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी, क्योंकि पेय पदार्थों की कीमतों में मंगलवार (11 फरवरी) से वृद्धि कर दी गई है.

भारत के प्रमुख बीयर उपभोक्ता राज्य तेलंगाना ने सरकार की नई आबकारी नीति के तहत पूरे राज्य में संशोधित मूल्य लागू किया है, जिसका उद्देश्य शराब की बिक्री से राजस्व बढ़ाना है. कीमतों में यह बढ़ोतरी राज्य सरकार द्वारा लगाए गए संशोधित उत्पाद शुल्क का परिणाम है, जिससे तेलंगाना दक्षिण भारत में बीयर की खपत के लिए सबसे महंगे राज्यों में से एक बन गया है.

कितने बढ़ेंगे दाम

 इस वृद्धि के साथ, ब्रांड के आधार पर बीयर की एक नियमित 650 मिलीलीटर की बोतल की कीमत लगभग 170-180 रुपये होने की उम्मीद है. देर रात जारी निर्देश में प्रमुख सचिव (राजस्व) एसएएम रिजवी ने तेलंगाना बेवरेजेस कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक को मूल्य निर्धारण समिति की सिफारिशों को लागू करने के लिए अधिकृत किया. सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति जायसवाल की अध्यक्षता वाले पैनल ने पहले बीयर की कीमतों में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा था.

सप्लाई पर लगी थी रोक

समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने एक सरकारी आदेश का हवाला देते हुए बताया कि सभी मौजूदा स्टॉक भी संशोधित दरों पर बेचे जाएंगे. पिछले महीने, हेनेकेन के स्वामित्व वाली यूनाइटेड ब्रुअरीज लिमिटेड (यूबीएल) ने दक्षिणी राज्य में बीयर की आपूर्ति कुछ समय के लिए रोक दी थी. यूनाइटेड ब्रुअरीज लिमिटेड (यूबीएल) ने बीयर की कीमतों में 33 प्रतिशत की वृद्धि की मांग करते हुए किंगफिशर, हेनेकेन, एम्सटेल बियर और लंदन पिल्सनर जैसे कुछ लोकप्रिय बीयर ब्रांडों की आपूर्ति रोक दी थी.