Balakot airstrikes Imran Khan had called PM Modi in panic: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सैन्य संकट को टालने के लिए बालाकोट हवाई हमले के बाद 27 फरवरी, 2019 की आधी रात को घबराकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कॉल की थी. पाकिस्तान में भारत के पूर्व राजनयिक अजय बिसारिया की आने वाली किताब में ये दावा किया गया है. उन्होंने किताब में दावा किया है कि भारत से बात नहीं बनने पर इमरान खान ने चीन से मदद मांगी थी, जिसके बाद जिनपिंग ने उन्हें अमेरिका के पास जाने और अफगानिस्तान से बातचीत करने का सुझाव दिया था.
बालाकोट एयर स्ट्राइक के दौरान पाकिस्तान में भारतीय राजनयिक रहे अजय बिसारिया ने अपनी आने वाली किताब 'द एंगर मैनेजमेंट: द ट्रबल्ड डिप्लोमैटिक रिलेशनशिप बिटवीन इंडिया एंड पाकिस्तान' में लिखा है कि 27 फरवरी 2019 की रात को पाकिस्तान को विश्वसनीय खुफिया जानकारी के साथ भारत की ओर से हमले की आशंका थी. इससे ठीक एक दिन पहले यानी 26 फरवरी को पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायु सेना की ओर से हवाई हमले किए गए थे. बता दें कि बालाकोट एयर स्ट्राइक पुलवामा हमले का जवाब था. पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को आंतकी हमले किए गए थे, जिसमें अर्धसैनिक बलों के 40 जवान शहीद हुए थे.
इमरान की ओर से मदद मांगे जाने पर जिनपिंग ने सुझाव दिया था कि वो दोनों देशों के बीच बढ़ते सैन्य तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों में अपने उपमंत्रियों को भेज सकता है, लेकिन चीन के इस प्रस्ताव की भनक लगते ही भारत ने प्रपोजल को ठुकरा दिया था.
भारत की ओर से प्रपोजल के ठुकराए जाने के बाद इमरान खान टेंशन में थे. इसी बीच जिनपिंग ने एक और सुझाव देते हुए इमरान खान को अमेरिका के पास जाने की सलाह दी थी. जिनपिंग ने कहा था कि अमेरिका ही ऐसा देश है, जो इस वक्त आपकी मदद कर सकता है. इसके अलावा, चीन ने पाकिस्तान को ये भी सलाह दी थी कि उसे अमेरिका के साथ-साथ अफगानिस्तान से भी बात करनी चाहिए.
बता दें कि अजय बिसारिया की किताब को रूपा पब्लिकेशन ने पब्लिश किया है. बिसारिया के अनुसार, तत्कालीन पाकिस्तान विदेश सचिव तहमीना जंजुआ को सेना से एक मैसेज मिला था, जिसमें कहा गया था कि भारत की ओर से नौ मिसाइलें पाकिस्तान की ओर टारगेट की गई हैं, जिन्हें किसी भी समय लॉन्च किया जा सकता है. बिसारिया ने कहा कि विदेश सचिव ने दूतों से इस खुफिया जानकारी को अपनी राजधानियों में रिपोर्ट करने और भारत से स्थिति को खराब न करने के लिए कहने का अनुरोध किया. जैसे ही संकट गहराने लगा, इमरान खान ने निर्णायक कदम उठाते हुए आधी रात को पीएम मोदी को फोन करके बढ़ते तनाव को कम करने के लिए तत्काल बातचीत की मांग की.
बिसारिया ने अपनी किताब में दावा किया कि लगभग आधी रात को, मुझे दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायुक्त सोहेल महमूद का फोन आया, जिन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान, प्रधानमंत्री मोदी से बात करने के इच्छुक हैं. मैंने ऊपर जाकर देखा और जवाब दिया कि हमारे प्रधानमंत्री उपलब्ध नहीं हैं. उस रात बाद में, दिल्ली में अमेरिका और ब्रिटेन के दूतों ने भारत के विदेश सचिव को बताया कि पाकिस्तान तनाव की स्थिति को कम करने, भारत के अनुरोध पर कार्रवाई करने और आतंकवाद के मुद्दे को गंभीरता से बातचीत को तैयार है.
अगले दिन, इमरान खान ने मीडिया को संबोधित किया और विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान की रिहाई की घोषणा की थी. इमरान खान ने अपनी घोषणा के दौरान अभिनंदन की रिहाई को शांति का संकेत बताया. बिसारिया ने दावा किया कि ये सब भारत की जबरदस्त कूटनीति का परिणाम था. बता दें कि IAF के पायलट अभिनंदन वर्धमान (वर्तमान में ग्रुप कैप्टन) ने 27 फरवरी 2019 को मिग 21 बाइसन जेट से पाकिस्तान की F-16 जेट को मार गिराया था. इस दौरान अभिनंदन का फाइटर जेट क्रैश हो गया था, जिसके बाद पाकिस्तानी जवानों ने उन्हें पकड़ लिया था. मामले के सामने आने के 24 घंटे बाद अभिनंदन को वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत भेज दिया गया था.