उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने बहराइच में भेड़ियों के आतंक पर वन विभाग को निर्देशित किया है कि अगर कोई और विकल्प न हो तो आदमखोर भेड़ियों को गोली मार दीजिए. बहराइच जिले में भेड़ियों के लगातार बढ़ रहे हमलों के बीच वन विभाग का स्पष्ट आदेश है कि भेड़ियों को देखते ही गोली मारने का तरीका, केवल अंतिम उपाय होना चाहिए. अगर तब भी उन्होंने काबू नहीं किया जा सकता है, तब उन्हें गोली मारी जा सकती है.
सोमवार को भी आदमखोर भेड़िए ने एक 5 साल की बच्ची को निशाना बनाया. भेड़िया उसके गले पर काटकर फरार हो गया. ग्रामीण दहशत में हैं कि कहीं दोबारा भी वह किसी इलाके में हमला न बोले. बच्ची अपनी दादी के पास सोई थी, तभी उस पर आदमखोर भेड़िए ने हमला बोल दिया. जैसे ही हमला हुआ, लड़कीके घरवाले उसे मारने दौड़े लेकिन तब तक वह भाग गया था.
पड़िसियों का कहना है कि यह पहली बार है, जब किसी भेड़िए ने गांव में दस्तक दी हो और किसी पर हमला बोला हो. बच्ची का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है. महसी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. आशीष वर्मा ने बताया है कि कुल 34 लोग अब तक भेड़ियों के हमले में घायल हो चुके हैं. दो घायलों को बहराइच जिला अस्पताल में ट्रांसफर किया गया है.'
यूपी पुलिस और वन विभाग के अधिकारी मिलकर ऑपरेशन भेड़िया चला रहे हैं. गोरखपुर जोन के एडीजी केएस प्रताप कुमार ने कहा है कि 4 भेड़ियों को पकड़ा जा चुका है, 2 की तलाश वन विभाग की टीम को है. इन्हें पकड़ने के लिए अलग-अलग जोन बनाए गए हैं. हर ग्राम पंचायत के पास एक पुलिस टीम है, जल्द ही इन्हें पकड़ लिया जाएगा.
ऑपरेशन भेड़िया पर खुद सीएम को बैठक बुलानी पड़ी. सीएम योगी ने कहा कि जानवरों को मारना अंतिम विकल्प होना चाहिए लेकिन अगर बचाव अभियान फेल हो तो ऐसा किया जा सकता है. स्थानीय लोग, वन विभाग, पुलिस, पंचायत और रेवेन्यू डिपार्टमेंट्स को भी जागरूक होना पड़ेगा, उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए कदम उठाने होंगे.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने ऐसी घटनाओं के विश्लेषण का आदेश किया है. सीएम योगी ने कहा है कि इंसान और पशुओं के बीच संघर्ष बढ़ा है. वन विभाग के बडे़ अधिकारियों, वन मंत्री और बहराइच, लखीमपुर खेरी, मुरादाबाद और पीलीभीत के अधिकारियों के साथ सीएम योगी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक भी की है.