एनकाउंटर में ढेर हुआ बदलापुर रेप केस का आरोपी, पुलिस की रिवॉल्वर छीन कर की थी फायरिंग
Badlapur Accused Shot Dead: महाराष्ट्र के बदलापुर के एक स्कूल में कथित तौर पर स्कूल में दो लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न के आरोपी को पुलिस ने गोली मार दी. यह घटना उस समय हुई जब स्कूल में सफाईकर्मी शिंदे को पूछताछ के लिए तलोजा जेल से बदलापुर ले जाया जा रहा था.
Badlapur Accused Shot Dead: महाराष्ट्र के बदलापुर में पिछले महीने दो चार साल की लड़कियों के साथ कथित यौन शोषण के आरोपी अक्षय शिंदे की सोमवार को पुलिस वाहन के अंदर हुई गोलीबारी में मौत हो गई. कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस घटना में एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है.
यह घटना शाम करीब 6:30 बजे मुंब्रा बाईपास के पास हुई जब शिंदे को जेल से पुलिस स्टेशन ले जाया जा रहा था. रिपोर्ट के अनुसार,रास्ते में उसने कथित तौर पर सहायक पुलिस निरीक्षक नीलेश मोरे की सर्विस रिवॉल्वर छीन ली और तीन गोलियां चलाईं. इसमें कहा गया है कि एक गोली मोरे के पैर में लगी जबकि बाकी दो निशाने से चूक गईं. पुलिसकर्मी ने जवाबी कार्रवाई की. वैन में मौजूद एक अन्य इंस्पेक्टर ने अपनी आत्मरक्षा में शिंदे पर गोली चलाई जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. इस घटना के बाद आरोपी शिंदे और घायल पुलिसकर्मी को अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में शिंदे की मौत हो गई.
सरकार ने गठित की एसआईटी
महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर कस्बे में स्कूल के शौचालय में शिंदे द्वारा कथित तौर पर दो नाबालिग लड़कियों का यौन उत्पीड़न किए जाने के बाद महाराष्ट्र में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ था. स्कूल ने 23 वर्षीय शिंदे को 1 अगस्त को अपने शौचालयों की सफाई के लिए अनुबंध के आधार पर नियुक्त किया था लेकिन ज्वाइन करने के 10 दिनों के भीतर उसने कथित तौर पर दो लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न किया.महाराष्ट्र सरकार ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया.
विपक्ष ने साधा निशाना
इस घटना ने विवाद को जन्म दे दिया और विपक्ष ने कहा कि शिंदे की हत्या एक फर्जी मुठभेड़ में की गई तथा उन्होंने इसकी न्यायिक जांच की मांग की.महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने घटना की न्यायिक जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि जिस घटना में शिंदे की मौत हुई है. वह बेहद चौंकाने वाली और संदिग्ध है.
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने भी न्यायिक जांच की मांग करते हुए सवाल किया कि क्या मुख्य आरोपी को मुठभेड़ में मारकर फरार आरोपियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है.पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने घटना पर सवाल उठाते हुए इसे ‘फर्जी मुठभेड़’ करार दिया है.