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महाराष्ट्र बंद पर लगी रोक तो 'मौन' होकर सड़कों पर उतरे शरद पवार और उद्धव ठाकरे, देखिए कैसे जताया विरोध

पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे दादर में शिवसेना भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर हमला करते हुए ठाकरे ने आरोप लगाया कि मामले के आरोपियों को सत्तारूढ़ दल का समर्थन प्राप्त है.

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Edited By: India Daily Live
Maharashtra bandh
Courtesy: Social Media

महाराष्ट्र के मुंबई में बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के खिलाफ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के नेता सड़कों पर उतरे. बारिश के बीच, माथे और बांहों पर काली पट्टी बांधकर महा विकास अघाड़ी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शनिवार को महाराष्ट्र के विभिन्न स्थानों पर बदलापुर की घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. उद्धव ठाकरे ने दावा किया है कि राज्य सरकार ठाणे के बदलापुर के एक स्कूल में दो चार वर्षीय लड़कियों के कथित यौन उत्पीड़न के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय दोषियों के साथ खड़ी है. 

पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे दादर में शिवसेना भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर हमला करते हुए ठाकरे ने आरोप लगाया कि मामले के आरोपियों को सत्तारूढ़ दल का समर्थन प्राप्त है. ठाकरे ने सवाल किया, हमने बंद का आयोजन किया और इसे सफलतापूर्वक लागू भी किया, लेकिन वे इससे डर गए और अपने लोगों को अदालत भेज दिया. हमने बहनों और बेटियों की सुरक्षा के लिए बंद बुलाया था. महाराष्ट्र में बंद का विरोध क्यों किया गया?

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र ने ऐसी 'बेशर्म सरकार' पहले कभी नहीं देखी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं, तो ये 'कंस मामा' राखी बांधने में व्यस्त हैं.

एनसीपी (सपा) प्रमुख शरद पवार ने पुणे में अन्य एमवीए नेताओं के साथ कलाई पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा कि बदलापुर की घटना ने देश में महाराष्ट्र की छवि को नुकसान पहुंचाया है. पवार ने कहा कि ऐसी घटना छत्रपति शिवाजी की भूमि पर हुई है, जो महिलाओं के खिलाफ अपराध में शामिल अपराधियों के हाथ काट देते थे.

प्रियंका चतुर्वेदी ने क्या कहा? 

शिवसेना-यूबीटी की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि राज्य में महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ अत्याचार बढ़ रहे हैं और सिर्फ 10 दिनों में ऐसी 12 घटनाएं हुई हैं. उन्होंने कहा, ठाणे में हर दिन पोक्सो एक्ट के तहत एक नया मामला दर्ज किया जाता है. हम इसका विरोध कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र में भी जघन्य अपराध हो रहे हैं. महाराष्ट्र की महिलाएं शक्ति कानून के बारे में पूछ रही हैं. कांग्रेस नेता नाना पटोले, राकांपा-सपा नेता जयंत पाटिल ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ विरोध प्रदर्शन में भाग लिया.

पीड़िता के परिवार ने क्या बताया

बदलापुर यौन शोषण मामले में राज्य भर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. 4 वर्षीय बच्ची के एक करीबी रिश्तेदार ने बताया कि पीड़िता अभी भी सदमे में है. शुरुआत में परिवार इस बात को लेकर उलझन में था कि बच्ची स्कूल जाने से क्यों मना कर रही है. रिश्तेदार ने समाचार चैनल को बताया कि परिवार को लगा कि उसे संक्रमण है, वह शौचालय जाने से भी कतरा रही थी. रिश्तेदार ने बताया कि दूसरी पीड़िता के माता-पिता ने उन्हें बताया कि उनकी बेटी ने बताया था कि एक 'दादा' ने उसके साथ गलत व्यवहार किया था. रिश्तेदार ने बताया कि टेस्ट के परिणाम से यौन उत्पीड़न का संकेत मिला.

एफआईआर के अनुसार, यह घटना 13 अगस्त को स्कूल के शौचालय में हुई थी. अभिभावकों ने 16 अगस्त को शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस ने स्कूल के सफाई कर्मचारी 23 वर्षीय अक्षय शिंदे को 4 वर्षीय बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में गिरफ्तार किया है.