Ayodhya ram mandir Pran Pratishtha 5 year old Ramlala: अयोध्या के राम मंदिर के गर्भगृह में आखिर 5 साल के रामलला की मूर्ति कैसी होगी? मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 51 इंच की रामलला की तीन अलग-अलग मूर्तियां बनाई हैं. तीन में से दो मूर्तियां श्यामशिला से बनाई गई हैं, जबकि एक मूर्ति सफेद संगमरमर से तैयार की गई है. श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति ने शुक्रवार को एक बैठक की थी. इस दौरान गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठित की जाने वाली तैयार की गई रामलला की तीनों मूर्तियों को देखा गया. अब इनमें से कौन सी मूर्ति मंदिर के गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठित होगी, इस बारे में जनवरी के पहले हफ्ते में घोषणा की जाएगी.
रिपोर्ट्स की मानें तो श्यामशिला और सफेद संगमरमर से तैयार की गई तीनों मूर्तियों को कई कसौटियों पर जांचा गया है. कहा जा रहा है कि प्राण प्रतिष्ठा के लिए श्यामशिला से तैयार की गई दो मूर्तियों में से ही एक का चयन किया जाएगा. तर्क ये दिया गया है कि रामलला श्याम रंग के थे, इसलिए श्यामशिला से तैयार की गई मूर्ति चुनी जाएगी.
जानकारी के मुताबिक, गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठित की जाने वाली मूर्ति की काया, ठीक उसी तरह की होगी, जैसा कि रामचरितमानस और वाल्मीकि रामायण में वर्णन किया गया है. यानी उनकी आंखें नीलकमल जैसी, चेहरे में निश्छल मुस्कान, घुटनों तक लंबे हाथ, चांद की तरह चेहरा... कुल मिलाकर रामलला का स्वरूप ऐसा होगा कि दर्शन के बाद भी आपकी आंखें तृत्प होने के बजाए प्यासी रहेंगी. कहा जा रहा है कि चूंकि मूर्ति भगवान श्री राम के बाल स्वरूप की है, इसलिए धनुष बाण मूर्ति का हिस्सा नहीं होगा. मूर्ति की ऊंचाई 51 इंच होगी.
वर्तमान में अस्थायी गर्भगृह में विराजमान रामलला की मूर्ति 6 इंच ऊंची है. जानकारों के मुताबिक, राम मंदिर के गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठित की जाने वाली 51 इंच की मूर्ति को 'अचल मूर्ति' कहा जाएगा. वहीं, वर्तमान रामलला की मूर्ति को 'उत्सव मूर्ति' के नाम से जाना जाएगा. उत्सव मूर्ति का उपयोग भगवान श्रीराम से जुड़े उत्सवों में किया जाएगा.