आदित्य कुमार/नोएडा: नया साल हर व्यक्ति के जीवन में नई आशाएं लेकर आता है. 31 दिसंबर की रात से एक जनवरी तक लोग नए साल के जश्न में झूम रहे होते हैं. लेकिन नोएडा के रहने वाले लोग इस साल से 31 दिसंबर या एक जनवरी को कोई जश्न नहीं मनाएंगे. नए साल का जश्न न मनाने के पीछे का कारण आप जानेंगे तो आप भी उन लोगों के सम्मान में झुक जाएंगे.
नोएडा सेक्टर 151 में रहने वाले लोग नए साल का जश्न 31 दिसंबर या एक जनवरी को नहीं मनाएंगे. उन्होंने प्रण किया है कि न तो खुद मनाएंगे और लोगों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करेंगे. दरअसल सेक्टर 151 के लोग 22 जनवरी को नव वर्ष सेलिब्रेट करने वाले हैं. कारण है 500 साल के लंबी लड़ाई के बाद अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति का स्थापना. निवासी और अपार्टमेंट ओनर असोसिएशन के अध्यक्ष योगेश सिंह बताते हैं कि हम हिंदुओ ने लंबी लड़ाई लड़ी है तब जाकर भगवान राम अयोध्या में आ पाए हैं. त्रेता युग में जब भगवान राम अयोध्या वनवास से वापस लौट कर आए थे तो नगरवासियों ने दीप जलाकर कर भगवान का स्वागत किया था, हम भी उसी तरह से स्वागत करने वाले हैं.
रंजना बताती है कि हमारे सेक्टर में 4500 परिवार रहता है. सभी को हम इस मुहिम में जोड़ रहे हैं ताकि 22 जनवरी को बड़े स्तर पर जाकर हम दीवाली और नव वर्ष मनाएं. सोसाइटी में चर्चा कर रहे हैं कि अगले साल से 22 जनवरी को ही नव वर्ष मनाए. वो बताती है कि प्राण प्रतिष्ठा के दिन से अगले तीन दिन तक हम दिवाली जैसा माहौल रखने वाले हैं. भंडारे की भी व्यवस्था होगी. बच्चों को और युवाओं को इस मामले में आगे ला रहे हैं, ताकि वो भगवान राम के नाम को अच्छे से जान पाए.