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India Daily

Ayodhya Ke Ram: जब राम मंदिर की नींव पड़ी तो नोएडा की सरोज मिश्रा ने लिया था अनोखा प्रण, खुद पीएम मोदी भी हैं मुरीद

Ayodhya Ke Ram: आगामी 22 जनवरी को भगवान राम लगभग 500 साल के इंतजार के बाद अपने जन्मस्थली अयोध्या में विराजमान होंगे, ऐसे में हम आपको एक ऐसे ही रामभक्त से मिलाने जा रहे हैं जिन्होंने कोर्ट की ओर से राम मंदिर पर फैसला आने के बाद एक अनोखा प्रण लिया जिसकी तारीफ खुद पीएम मोदी भी कर चुके हैं.

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Edited By: Vineet Kumar
Saroj Ram Mandir

हाइलाइट्स

  • राम के इंतजार में लिया प्रण
  • बचपन बीता था अयोध्या में

Ayodhya Ke Ram: आगामी 22 जनवरी को भगवान राम लगभग 500 साल के इंतजार के बाद अपने जन्मस्थली अयोध्या में विराजमान होंगे. इस दिन का इंतजार पूरा भारत कर रहा था, ऐसे में हम आपको एक ऐसे ही रामभक्त से मिलाने जा रहे हैं जिन्होंने राम मंदिर की नींव पड़ने के साथ ही एक अनोखा प्रण लिया जिसकी तारीफ खुद पीएम मोदी भी कर चुके हैं.

नोएडा की रहने वाली सरोज मिश्रा ने अगस्त 2020 में इस प्रण को लिया था जिसे उन्होंने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह तक निभाने का वादा किया था और अब यह प्रण पूरा होने में कुछ हफ्तों का ही समय रह गया है. इंडिया डेली लाइव पर एक्सक्लूसिव बात करते हुए सरोज मिश्रा ने अपने इस प्रण के बारे में बताया और पीएम मोदी के साथ अपनी मुलाकात का भी जिक्र किया जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके इस प्रण की सराहना की थी.

राम के इंतजार में लिया प्रण

कहते हैं राम सबके हैं, राम अभिलाषी हैं. पूरे देश को इंतजार है 22 जनवरी का जब राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा. नोएडा में रहने वाली सरोज मिश्रा ने राम के इंतजार में प्रण किया कि जब तक राम भगवान विराजमान नहीं हो जाते तब तक प्रत्येक दिन एक राम भजन लिखेंगी और उसे गाएंगी भी. सरोज मिश्रा गायिका हैं और देश विदेश में वो गाती हैं.

सरोज मिश्रा बताती है कि अगस्त 2020 को जब सर्वोच्च न्यायालय की ओर से राम मंदिर बनाने के पक्ष में फैसला आने के बाद नींव पड़ी तो वो दिन पूरे भारतवर्ष के लिए खुशी का दिन था. उसी दिन मैंने यह प्रण लिया कि जब तक राम मंदिर बनकर तैयार नहीं हो जाता और भगवान विराजमान नहीं हो जाते तब तक प्रत्येक दिन एक भजन लिखूंगी और उसे गाऊंगी भी.

बचपन बीता था अयोध्या में

सरोज मिश्रा कहती हैं कि मेरे पिता अयोध्या में पोस्टेड थे. उस वक्त रामलला एक टेंट में रहते थे. हमें राम भगवान को देखकर बहुत बुरा लगता था. उसी वक्त से मैं लिख और गा रही हूं. उसके बाद पिता का ट्रांसफर होता गया हम अलग-अलग जगह पर शिफ्ट होते गए लेकिन भगवान राम के प्रति भक्ति कभी कम नहीं हुई. वो लगातार बढ़ती चली गई.

सरोज मिश्रा बताती है, जब अगस्त 2020 को राम मंदिर निर्माण की नींव पड़ी तो उस दिन मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा और राम मंदिर के निर्माण, भगवान के प्राण प्रतिष्ठा तक प्रत्येक दिन एक भजन लिखने और गाने का संकल्प किया.

जब पीएम मोदी ने की सराहना

2020 से लेकर साल 2024 तक सरोज मिश्रा डेढ़ हजार से भी ज्यादा भजन लिख चुकी हैं. सरोज मिश्रा उन भजनों को रिकॉर्ड भी कर रही है. उन रिकॉर्डिंग्स को वो 22 जनवरी तक रिलीज करेंगी. उनके इस अनोखी राम भक्ति की तारीफ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर चुके हैं.

सरोज मिश्रा बताती है कि इस प्रण के बाद मैं पीएम मोदी से मिली थी. उन्होंने बहुत तारीफ की थी. वो बताती है कि मुझे अच्छे से याद है उन्होंने कहा था कि आपने संगीत की खूब सेवा की है. सरोज मिश्रा ने 14 भाषाओं में राम भजन लिखा और गाया है. वो कहती है जो दिया है भगवान राम ने दिया है इसलिए हम उनके ऋणी हैं.