रामलला की प्राण प्रतिष्ठा; 500 साल के दुख कट जाएंगे, सरयू के तट मुस्काएंगे... गर्भगृह में आज राम आएंगे
गर्भगृह में रामलला की जिस मूर्ति को प्राण प्रतिष्ठित किया जाएगा, उसे मैसूर के रहने वाले अरुण योगीराज ने बनाया है. ललाट से पैर तक की मूर्ति की लंबाई 51 इंच है और इस मूर्ति में श्रद्धालुओं को भगवान राम के 5 साल के बाल रूप के दर्शन होंगे.
Ayodhya Ke Ram: अयोध्या के भव्य राम मंदिर के गर्भगृह में आज रामलला की मूर्ति लाई जाएगी. बुधवार देर रात रामलला की मूर्ति को नवनिर्मित राम मंदिर में लाया गया. बता दें कि इससे पहले बुधवार को रामलला की प्रतीकात्मक मूर्ति को नगर भ्रमण कराया गया. रामलला की नई मूर्ति को परिसर में लाने और प्रतीकात्मक मूर्ति के नगर भ्रमण की कुछ तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं.
जानकारी के मुताबिक, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले गर्भगृह में उनका आसन तैयार कर लिया गया है. गर्भगृह में जहां रामलला विराजेंगे, वो आसन 3.4 फीट ऊंचा है, जिसे राजस्थान के मकराना पत्थर से तैयार किया गया है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे.
राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन ने दी ये जानकारी
वहीं, राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने बताया है कि मंदिर के गर्भगृह और ग्राउंड फ्लोर का काम पूरा हो चुका है. गर्भगृह में पांच मंडप होंगे. अब मंदिर के प्रथम तल (फर्स्ट फ्लोर) का काम जारी है. उन्होंने बताया कि मंदिर के फर्स्ट फ्लोर पर भगवान राम का दरबार होगा, जबकि दूसरे फ्लोर पर अनुष्ठान वगैरह संपन्न किए जाएंगे. मिश्र ने बताया कि अगले सप्ताह यानी सोमवार (22 जनवरी) को दोपहर में प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त है. इससे पहले पूजा की विधियां शुरू हो गईं हैं.
कैसा होगा रामलला की मूर्ति का स्वरूप?
बता दें कि गर्भगृह में रामलला की जिस मूर्ति को प्राण प्रतिष्ठित किया जाएगा, उसे मैसूर के रहने वाले अरुण योगीराज ने बनाया है. ललाट से पैर तक की मूर्ति की लंबाई 51 इंच है और इस मूर्ति में श्रद्धालुओं को भगवान राम के 5 साल के बाल रूप के दर्शन होंगे. श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठित होने वाली 5 वर्षीय बाल रामलला की मूर्ति अद्भुत होगी. बाल रामलला की मूर्ति में रामचरितमानस और वाल्मीकि रामायण में वर्णित काया की झलक दिखाई देगी. नीलकमल जैसी आंखें, चंद्रमा की तरह चेहरा, घुटनों तक लंबे हाथ, होठों पर निश्चल मुस्कान और दैवीय सहजता के साथ गंभीरता. यानी ऐसी जीवंत मूर्ति जिसे देखते ही मन मोह जाएगा. रामलला की मूर्ति डेढ़ टन की है.
प्राण प्रतिष्ठा के लिए ये है शुभ मुहूर्त
मंदिर न्यास के महासचिव चंपत राय के मुताबिक, मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर की जाएगी. उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 16 जनवरी से प्रारंभ हो गया है. मंदिर न्याय ने देशभर के लोगों से इस अवसर को उत्सव के रूप में मानने का अनुरोध किया है.
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के समय गर्भगृह में पीएम नरेंद्र मोदी, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ, संघ प्रमुख मोहन भागवत और ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास मौजूद रहेंगे. पीएम के उद्बोधन के बाद सभी अथिति रामलला का दर्शन करेंगे. प्राण प्रतिष्ठा में 50 देशों के 53 प्रतिनिधि भी हिस्सा लेंगे.
22 जनवरी को कब क्या होगा
- 10:30 AM तक अतिथियों को अपनी जगह लेनी होगी
- 12:20 से 1 PM तक चलेगी प्राण प्रतिष्ठा की पूजा
- 1 से 2:15 PM तक मोदी, योगी, भागवत और महंत नृत्यगोपाल दास का संबोधन
- 2.30 PM से सभी 8000 आमंत्रित अतिथि करेंगे दर्शन
गर्भगृह में रहेगी पुरानी प्रतिमा
रामलला की जिस प्रतिमा का पिछले सात दशकों से पूजन हो रहा है, उसे भी मुख्य मंदिर के गर्भगृह में ही स्थापित की जाएगा और रोजाना पूजन होगा. 16 से 21 जनवरी के बीच अधिकतम अनुष्ठान पूरे हो जाएंगे, 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े न्यूनतम अनुष्ठान होंगे. 23 जनवरी से आम लोग रामलला के दर्शन कर सकेंगे. 26 जनवरी से संघ, विहिप के तय कार्यक्रम के अनुसार विभिन्न राज्यों से लाए गए श्रद्धालु भी दर्शन करेंगे, ये कार्यक्रम 24 फरवरी तक चलेगा. विदेश से भी श्रद्धालुओं के समूह भी दर्शन के लिए आ रहे हैं.